नईदुनिया प्रतिनिधि, कोंडागांव। जिले के नवागांव ग्राम पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र पेदली में करंट लगने से एक ढाई साल की बच्ची की मौत हो गई है। घटना गुरुवार की बतायी जा रही है। घटना के बाद से ही लोगों में आक्रोश है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के ऊपर भी लापरवाही का आरोप लग रहा है। वहीं बच्ची की मौत के बाद पोस्टमार्टम कराकर शव को वापस लेने के लिए परिजनों को सारी रात अस्पताल परिसर में इंतजार करना पड़ा।
बता दें कि जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना कार्यालय सेक्टर-3 के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत नवागांव स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची बच्ची को कुमारी महेश्वरी यादव की करंट लगने से मौत हो गई। बच्ची सुबह आंगनबाड़ी गई थी, वहां जैसे ही उसने लोहे के चैनल गेट को हाथ लगाया, वह करंट की चपेट में आ गई। झटका लगने के कारण बच्ची जमीन पर गिर पड़ी और उसकी मौत हो गई।
इस हादसे के दौरान आंगनबाड़ी केंद्र में और भी छोटे-छोटे बच्चे मौजूद थे, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौके पर मौजूद नहीं थी। ऐसे में बच्ची की मौत के बाद आंगनबाडियों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहा है।
मृतक बच्ची के पिता अंतू राम ने बताया कि रोज की तरह उनकी बेटी आंगनबाड़ी गई थी, उसी दौरान आंगनबाड़ी में पहुंच चैनल गेट को जैसे ही पकड़ी करंट का झटका लगा,जिससे बच्ची की मौत हुई। कुछ देर बाद बेटे ने आकर बहन को करंट लगने की जानकारी दी। हम मौके पर पहुंचे तो देखा की बच्ची जमीन पर पड़ी हुई है।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मर्दापाल भेजा। लेकिन गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया, जिस कारण बच्ची के परिजनों को स्वास्थ्य केंद्र के बाहर सारी रात इंतजार करना पड़ा।
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मृतका के परिजनों का आरोप है कि वे लोग दोपहर 3 बजे ही अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। जिस कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। ऐसे में परिजन और रिश्तेदार शव के साथ सारी रात अस्पताल के फर्श पर बैठे रहे।
इस मामले में कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को हटाने का और पर्यवेक्षक को निलंबित करने का आदेश जारी किया है।