
कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बारहवी कक्षा के हिंदी विषय के प्रश्न पत्र के साथ बोर्ड परीक्षा की शुरूआत बुधवार को हुई है। क्यों न परहेज करें पालिथीन से, वन रहेंगे तो हम रहेंगे, पर उपदेश कुशल बहुतेरे जैसे विषय पर निबंध लेखन बच्चों के लिए कौतूहल का विषय रहा है। वहीं खेलगढ़िया ओलंपिक आयोजन के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लेखन कर विद्यार्थियों ने बेहतर अंक के लिए जुगत लगाई। 93 केंद्रों में आयोजित परीक्षा के लिए 14 हजार 580 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था, इनमें 325 परीर्क्षी अनुपस्थित रहे।
बोर्ड परीक्षा आयोजन को लेकर सुबह से ही निर्धारित केंद्रों में गहमा गहमी का माहौल रहा हैं। केंद्रों में परीक्षा के लिए निर्धारित समय घंटे भर पहले से ही बच्चों की उपस्थित शुरू हो गई थी। बारहवीं हिंदी का प्रश्न कुल 80 अंक का था। प्रश्न पत्र को तीन खंड क, ख और ग में बांटा गया था। क खंड को 16, ख को 20, ग को दो भागों में विभक्त कर 32 और 12 अंक के प्रश्न पूछे गए थे। गद्य और पद्य लेखन के अलावा निबंध और पत्र लेखन में सर्वाधिक अंक निर्धारित किए गए थे। प्रश्न पत्र को हल करने के लिए सवा तीन घंटे का समय निर्धारित किया गया। तैयारी के अनुरूप सरल प्रश्न आने से बच्चों के चेहरे खिले रहे। तीन सेट में विभक्त प्रश्न पत्र में प्रश्नों की समानता देखी गई। बताना होगा कि बीते वर्ष की तुलना में जर्वे और बोइदा को नया केंद्र बनाया है। दसवीं कक्षा की परीक्षा गुरूवार से शुरू होगी। परीक्षा आयोजन को देखते हुए जिले ध्वनि विस्तारक यंत्र पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
सक्रिय रही उड़न दस्ता की पांच टीम
पारदर्शिता पूर्ण परीक्षा आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने पांच उड़नदस्ता टीम का गठन किया हैं। टीम ने पहले दिन जिले 25 केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। एक ही केंद्र में दो दलों के निरीक्षण की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए पहले से ही रूट तय कर दी गई थी। नकल प्रकरण निरंक रहा। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने बताया कि सभी केंद्रों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। उत्तर पुस्तिकाओं को स्ट्रांग रूम में सुरिक्षत रखा गया है।
दो दिव्यांग बच्चों ने ली सहायक लेखक की सुविधा
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दिव्यांग बच्चों के लिए सहायक लेखक रखने का प्राविधान रखा है। दृष्टि बाधित और हाथ से दिव्यांग दो बच्चों ने सहायक लेखक की सुविधा ली। परीक्षा आयोजन के सहायक नोडल अधिकारी एचआर मीरेंद्र ने बताया कि सुविधा की जानकारी विद्यार्थियों परीक्षा आयोजन से पहले ही दी जा चुकी है। दसवीं कक्षा में आवश्यकतानुसार बच्चों का सुविधा दी जाएगी।