
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। तंत्र-मंत्र-साधना के दौरान कबाड व दूध व्यवसायी समेत तीन लोगों की जान चली गई। रुपये को 50 गुना अधिक किए जाने का दावा कर एक स्क्रेप यार्ड में बैगा तंत्र-मंत्र कर रहा था। व्यवसायी अपने साथ पांच लाख ले गए थे, जिसे बढ़ा कर 2.50 करोड़ रुपये करने की बात कही गई थी। इस दौरान कमरे में एक-एक कर लोगों को बुलाया। इसके बाद वे बाहर नहीं निकले और उनकी लाश मिली। प्राथमिक जांच के आधार पर पुलिस ने जहरखुरानी से मौत होने की बात कही है। तंत्र- मंत्र करने वाले बैगा समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
शहर के राताखार में रहने वाले दूध व्यवसायी सुरेश साहू 42 वर्ष का संपर्क बिलासपुर में रहने वाले बैगा राजेन्द्र कुमार अमेरी बिलासपुर निवासी से हुआ। उसने दावा था कि रुपये को वह अपने तंत्र-मंत्र की शक्ति से वह पैसों की बारिश कर देगा। पहले तो सुरेश उस पर विश्वास नहीं किया, पर लगातार वह पीछे लगा रहा और सुरेश उसकी बातों में आ गया। न केवल वह खुद तंत्र मंत्र के लिए तैयार हो गया, बल्कि अपने साथ कबाड़ व्यवसायी अशरफ मेमन 52 वर्ष को भी इसमें शामिल करने के लिए राजी कर लिया। 10 दिसंबर को सुबह 11 बजे बैगा राजेन्द्र कुमार अमेरी के ही रहने वाले अश्वनी कुर्रे, सुमरन दास व एक अन्य के साथ बलौद निवासी नितीश कुमार रात्रे 40 वर्ष के साथ कोरबा पहुंचा।
यहां उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम कुदरीपारा में अशरफ के खाली स्क्रैप यार्ड में सभी शाम चार बजे पहुंचे। अशरफ के दो पुत्र साहिद 27 वर्ष तथा अदनान 22 वर्ष एवं नागपुर से आए अशरफ के बहन का पुत्र शाहरूख भी साथ में था। बैगा राजेन्द्र अपने सभी सहयोगियों के साथ स्क्रैप यार्ड निर्मित एक कमरे में अनुष्ठान कर रहा था। सहयोगी अश्वनी कुर्रे ने बताया कि बैगा ने सबसे पहले सुरेश साहू के मित्र भागवत महंत को अंदर बुलाया। थोड़ी देर बाद वह बाहर निकल गया। इसके बाद बैगा ने अपने ही एक सहयोगी नितीश कुमार रात्रे को कमरे में बुलाया, उसके बाद वह वापस बाहर नहीं निकला। इसके बाद अशरफ कमरे के अंदर गया और थोड़ी देर बाद सुरेश साहू को बैगा ने अंदर बुलाया, उसके बाद वह भी बाहर नहीं निकला।
अशरफ के पुत्र व अदनान व साहिद का कहना है कि काफी देर बाद तीनों बाहर नहीं आए, तब बाहर खड़े लोग अंदर पहुंचे, तो देखा कि उसके पिता समेत तीनों लोग मुर्छित अवस्था में जमीन पर पड़े थे। बैगा उस वक्त झांसा दिया कि कुछ वक्त बेहोश रहने के बाद होश में आ जाएंगे। लेकिन काफी देर बाद भी तीनों होश में नही आए, तब उन्हें शंका हुआ और नाराज होकर बैगा राजेन्द्र व उसके साथ आए सहयोगियों की पिटाई कर दी। साथ ही तीनों को रात 12 बजे मूर्छित अवस्था में कोसाबा़ड़ी स्थित एक निजी अस्पताल लेकर आए, जहां परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
कमरे के अंदर अकेला बैगा राजेन्द्र था। उसने क्या किया, यह तो पता नहीं चल पा रहा। मारपीट से घायल बैगा को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस उससे लगातार पूछताछ कर रही है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, पर शार्ट पीएम रिपोर्ट की जानकारी पुलिस ने अभी नही दी है। सीएसपी भूषण एक्का का कहना है कि प्रथम दृष्टया जहरखुरानी से मौत होने की आशंका है।
पोस्टमार्टम के दौरान मृतकों के मुंह में नींबू मिला। अशरफ के हाथ में इंजेक्शन लगाए जाने व गले में रस्सी के निशान मिले हैं। भाई इमरान का आरोप है कि बेहोश करने के बाद गले में रस्सी का फंदा बैगा ने फंसाया और उसके दो सहयोगी रस्सी के दोनों छोर को पकड़ कर खींचा। दम घुटने की वजह से उसके भाई की मौत हुई है। यह केवल तंत्र- मंत्र का मामला नही है, बल्कि परदे के पीछे व्यक्तिगत दुश्मनी रखने वाले की साजिश हो सकती है। एक कपड़ा व्यवसायी के परिवार पर संदेह जाहिर करते हुए पुलिस से सूक्ष्म जांच की मांग इमरान ने की है।
दूध व्यवसायी सुरेश साहू (मृतक) की पत्नी गुड़िया ने बताया कि पिछले कई दिनों से लगातार बिलासपुर में रहने वाले लोगों का फोन मेरे पति के पास रहा था और रुपये के इंतजाम करने की बात कह रहे थे। 10 दिसंबर को दोपहर 12 बजे उसके पति ने बैंक से पांच लाख रुपये निकलवाया। मुझे लगा कि किसी व्यापारी को देने के लिए राशि निकाले हैं। दोपहर दो बजे तक मोबाइल पर बात हुई, पर उसके बाद स्वीच आफ बताने लगा। सीधे रात को दो बजे भागवत महंत आया और मुझे अस्पताल ले गया, जहां मेरे पति मृत अवस्था में मिले। भागवत का कहना है कि पैसे उसके पास ही थे, बैगा तक नहीं पहुंचा था।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि बिलासपुर से कुछ बैगा आए थे। तंत्र-मंत्र किया जा रहा था।इस दौरान संदिग्ध अवस्था में तीन लोगों की मौत हुई है। अभी तक जो साक्ष्य मिले है, उसके आधार पर पांच लोगों को गिरफ्तार लिया है। आरोपितों की संख्या बढ़ सकती है। हर पहलुओं पर जांच की जा रही है।