
कोरबा(नईदुनिया न्यूज)। मड़वारानी क्षेत्र में नवरात्र से पुलिस विभाग नए सहायता केंद्र की शुरुआत करने जा रही है। पुलिस सहायता केंद्र में अफसर व जवान तैनात होंगे, जो किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल मदद के लिए पहुंचेंगे। अपराधिक घटना की सूचना पर जुर्म दर्ज करते हुए त्वरित कार्रवाई करेंगे।
थाना उरगा में 111 गांव शामिल हैं। इनमें आधे से अधिक गांव ऐसे हैं, जिनकी दूरी आठ किलोमीटर से अधिक है। ,इन गांवों में आए दिन छिटपुट घटनाएं घटित होते रहती है। यह थाना राष्ट्रीय और राजमार्ग में स्थित है। इस मार्ग में सड़क हादसा आम बात है। उरगा थानांतर्गत कोरबा चांपा मुख्य मार्ग के समीप पहाड़ी में मां मड़वारानी विराजित है, जहां प्रतिदिन श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर माता की दर्शन के लिए पहुंचते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इस दौरान श्रद्धालुओं के साथ अनहोनी की आशंका बनी रहती है। किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर ग्रामीणों को अपनी फरियाद दर्ज कराने थाना तक पहुंचने लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। वहीं श्रद्धालुओं को भी समस्या का सामना करना पड़ता है ।
थाने में तैनात अफसर और जवान कई बार चाह कर भी त्वरित कार्रवाई नहीं कर पाते। इन तमाम समस्याओं को देखते हुए पुलिस कप्तान यू उदय किरण ने मड़वारानी में पुलिस सहायता केंद्र खोलने का फैसला किया है। इसे लेकर एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया की मड़वारानी मंदिर के समीप एक सामाजिक भवन को पुलिस सहायता केंद्र के रूप में तैयार किया गया है। पुलिस सहायता केंद्र में प्रभारी सहित जवानों की तैनाती की जाएगी, जो 24 घंटे अपनी सेवा देंगे । किसी भी तरह की घटना घटित होने पर पीड़ित सहायता केंद्र पहुंचकर अपनी समस्या से अवगत करा सकेंगे। सूचना मिलते ही पुलिस कर्मी त्वरित कार्रवाई कर पीड़ित को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। संभावना जताई जा रही है की नवरात्र के पूर्व या फिर पहले ही दिन पुलिस सहायता केंद्र अस्तित्व में आ जाएगा। सहायता केंद्र शुरू होने से निश्चित तौर पर क्षेत्रवासियों को राहत मिलेगी।
उरगा थाना में होगी नंबरी
मड़वारानी स्थित पुलिस सहायता केंद्र में थाना और चौकी के तर्ज पर सेटअप तैयार किया जा रहा है। सहायता केंद्र में प्रभारी सहित प्रधान आरक्षक व आरक्षक की तैनाती होगी। वे मर्ग के अलावा किसी भी तरह से अपराध घटित होने पर शून्य में जुर्म कायम कर विवेचना करेंगे। बाद में उरगा थाना में नंबरी ही किया जाएगा