कोरबा। नईदुनिया प्रतिनिधि
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 168 जोड़े के लिए चार माह पहले 25 लाख 20 हजार रुपये महिला एवं बाल विकास विभाग को जारी हो चुका है। विवाह आयोजन के लिए विभाग ने अब तक मुहूर्त तय नहीं किया है। विभाग 200 जोड़े की शादी के लिए अतिरिक्त राशि का इंतजार कर रहा है। पंजीयन करा चुके जोड़ों के परिजन तिथि जानने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग का चक्कर लगा रहे हैं।
राशि स्वीकृति होने के बाद भी महिला एवं बाल विकास विभाग ने विवाह का आयोजन नहीं किया है। विभागीय स्तर पर आयोजन को लेकर की जा रही देरी का खामियाजा बेटियों के परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। जैसे-जैसे समय बीतते जा रहा है, विवाह नहीं होने की स्थिति को लेकर परिजन चिंतित नजर आ रहे हैं। विभाग 200 जोड़े का विवाह लक्ष्य लेकर चल रहा है। 168 के लिए राशि जारी हो चुकी है। शेष 32 जोड़े के लिए राशि नहीं मिलने की वजह से विवाह आयोजन को मूर्तरूप नहीं दिया गया गया। परिजनों की मानें तो जितनी राशि जारी हो चुकी है, उसी से विवाह का आयोजन किया जाता तो पहले से पंजीयन कराने वालों को सहूलियत होती। विभाग के अड़ियल रवैये के चलते सामूहिक विवाह योजना में पहली बार इतनी लेटलतीपᆬी हो रही है। सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने वालों में ज्यादातर किसान व मजूदर परिवार सरोकार रखते है। शासन की योजना लागू नहीं होने से हितग्र्राही अब कर्ज लेकर विवाह आयोजन कर रहे हैं।
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नियम की अनदेखी
विभाग की ओर से प्रति वर्ष दिसंबर जनवरी व मार्च अप्रैल में विवाह आयोजित किया जाता है। स्वीकृत 168 में 85 जोड़े के लिए राशि वित्तीय वर्ष 2017-18 में ही प्रदाय कर दी गई थी। निमयानुसार उक्त राशि से सामूहिक विवाह जनवरी माह में हो जाना था। नए वित्तीय वर्ष में मिलने वाली स्वीकृति की आस में राशि को स्थानांतरित किया गया। 83 अतिरिक्त जोड़े के लिए राशि जारी होने के बाद भी विवाह का आयोजन नहीं कराया गया है।
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पोर्टल से नहीं हुई सामग्री खरीदी
विवाह में लगने वाली उपहार सामग्रियों की खरीदी के लिए जेम पोर्टल से खरीदी का मापदंड तय कर दिया है। अब तक विभाग ने नियम का अमल नहीं किया है। सामानों की खरीदी नहीं की गई है। माना जा रहा है खरीदी के लिए जिस तरह के सामानों की आवश्यकता है, उनमें कई सामान पोर्टल की सूची में उपलब्ध नहीं है। सामान नहीं मिलने पर टीन नंबर बिल वाले दुकान से खरीदी का प्रावधान है, किंतु नियम का पालन नहीं किया जा रहा है।
वर्सन
विवाह के लिए 168 जोड़े के लिए राशि विभाग को मिल चुकी है। पंजीयन का काम जारी है। शीघ्र विवाह आयोजन के लिए के लिए तिथि निर्धारित की जाएगी।
- आनंद प्रकाश किसपोट्टा, डीपीओ, महिला एवं बाल विकास विभाग