
कोरबा(नईदुनिया प्रतिनिधि)। संस्कार से ही परिवार समृद्ध होता है। अच्छे संस्कार के लिए बच्चों को राम और कृष्ण की कथाएं। हमारे देश में भगवान की अनेक लीलाएं हैं और हम विदेशी नायकों के पीछे भाग रहे हैं। राम हमे सिखाते हैं कि हम मर्यादा में कैसे रहें और कृष्ण सिखाते हैं कि मर्यादा में कैसे रखना है।
यह बात राम कथा वाचिका जया किशोरी ने कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल द्वारा निर्मित राम दरबार परिसर में आयोजित राम कथा आयोजन के दौरान कही। उन्होने कहा कि राम नाम मंत्र की शक्ति अपार है। कथा की शुरूआत ही उन्होंने भजन के माध्यम से की। उन्होंने पूछा कि आखिर हनुमान राम- राम नाम क्यों जपते हैं। शबरी, केंवट आदि का उदाहरण देकर उन्होंने राम की महिमा का व्याख्यान किया। उन्होंने राम और कृष्ण की चरित्र का विश्लेषण करते हुए कहा कि भगवान राम चित्र में अक्सर सीधे खड़े देखे जा सकते हैं। वहीं कृष्ण एक पैर को दूसरे में अटा कर खड़े दिखते हैं। इससे ही उनके स्वाभाव का हमें पता चलता है। किशोरी ने बताया कि मनुष्य को एक दूसरे प्रेम आपस में स्वभाव जानने के बाद ही होता है। उन्होने श्री राम के नाम की महिमा बताते हुए कहा कि जहां कहीं भी राम नाम का गुणगान होते है। वहां हनुमान जी का वास होता है। जब भगवान अपने परमधाम जाने लगे तब हनुमान को साथ चलने के लिए कहा। तब हनुमान ने साथ जाने के लिए मना करते हुए कहा कि पृथ्वी लोक में राम की कथा है। उन्होने कथा व्याख्यान के दौरान कहा कि आपके शहर में मंत्री जयसिंह राम दरबार मंदिर बनवाया है। यह सौभाग्य की बात कि कोरबा में मंदिर तब बना है जब अयोध्या में मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान के घर देर है अंधेर नहीं। वह जब जो चाहते हैं वहीं होता है। किशोरी में अपनी वाणी विलास से भक्ताें को देर शाम तक बांधे रखा। भक्तजन भक्ति गीतों में सराबोर होकर खूब झूमे।
भीड़ को नियंत्रित करने प्रशासन को करनी पड़ी मशक्कत
राम कथा वाचिका जया किशोरी को सुनने के शहर के अलाव उपनगरीय व ग्रामीण क्षेत्र से भी खासी संख्या में भक्त जन पहंचे। शाम चार बजे से उमड़ी लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। सुबह से दोपहर के बीच पहुंचे श्रद्धालुओं की तुलना में शाम के समय अधिक संख्या में भक्त पहुंचे। मंदिर पहुंच मार्ग के दोनों छोर को आम लोगों का तांता कथा शुरू होने से पहले लगी रही। सुरक्षा की दृष्टि से कथा स्थल के आसपास जवानों तैनाती की गई थी।