नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा। चोरी के एक मामले में जांच पड़ताल कर संदेही को हिरासत में लेने पहुंची पुलिस जैसे ही घर पहुंची, तब संदेही के स्वजन एवं अन्य लोगों ने पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। घटना में तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। हड़बड़ाए पुलिस कर्मी जान बचा कर भागे। एक कर्मी जंगल की ओर भाग लापता हो गया। खोजबीन करने पर वह जंगल के अंदर घायल अवस्था में मिला। बाद में पहुंचे पुलिस बल के मदद से आरोपितों को हिरासत में लिया गया।
घटना बांगो थाना अंतर्गत ग्राम बगबुड़ा की है। बताया जा रहा है कि बांगो पुलिस चोरी के एक मामले में जांच पड़ताल कर रही थी। सूचना मिलने पर तीन पुलिस कर्मी आरक्षक अभिषेक पांडेय, गजेंद्र और अनिल पोर्ते जांच करते हुए ग्राम बगबुड़ा निवासी एक यादव परिवार के घर पहुंचे। संदेही युवक से तीनों पुलिस कर्मी पूछताछ कर रहे थे, तभी उसके परिवार के अन्य सदस्य भड़क गए और उन्होंने गाली गलौच करते हुए एकाएक पुलिस कर्मियों पर डंडा, लकड़ी से हमला कर दिया।
एकाएक हुए हमले से पुलिस कर्मी हड़बड़ा गए और जान बचाने के लिए भागने लगे। दो पुलिस कर्मी गजेन्द्र एवं अभिषेक तो किसी तरह भाग कर थाना पहुंच गए, पर अनिल लापता हो गया। थाना में जब अनिल नहीं पहुंचा, तब पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी तक पहुंची, तब कोरबा से पुलिस बल के साथ एसपी बांगो थाना पहुंचे। पुलिस बल की मदद से लापता आरक्षक की खोजबीन करने के साथ ही आरोपित के घर जाकर हमला करने वालों को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ के बाद पुलिस कर्मियों का एक दल जंगल गया, जहां घायल अवस्था में आरक्षक अनिल मिला। उसने बताया कि जान बचाने के लिए वह जंगल की ओर भागा, इस दौरान ग्रामीण भी उसके पीछे मारने के लिए आ रहे थे, इसलिए किसी तरह जान बचाने पेड़ के पीछे छिप गया। ग्रामीणों ने उसे काफी समय तक खोजा पर नहीं मिलने पर वापस लौट गए। बताया जा रहा है कि तीनों आरक्षक के सिर, हाथ, पैर व शरीर के अन्य हिस्सों में चोटें लगी है और सभी को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है।
पुलिस टीम ने हमलावरों समेत चोरी के संदेह आरोपित को हिरासत में ले लिया है। घटना को लेकर गांव में तनाव बताया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यादव परिवार द्वारा पहले भी पुलिस एवं आबकारी विभाग हमला किया जा चुका है। बहरहाल मामले में पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है, ताकि आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा सके।
इसे भी पढ़ें... पुलिस को मिली बड़ी सफलता, पांच साल से छिपा माओवादी ‘अंकल’ गिरफ्तार, 15 जवानों की हत्या का है आरोपी