
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायगढ़। कला संस्कृति की नगरी में गुरुवार रात नेशनल छातामुड़ा बाइपास हाइवे से सटे नव संचालित अमाया रिजॉर्ट रेस्टोरेंट में धोती-बनियान पोषाक पर विवाद उत्पन्न कर दिया। पोते के जन्मदिन पर रात्रि भोजन करने सपरिवार आए लोगों को कपड़े पर भेदभाव, होटल के अंदर प्रवेश वर्जित का पीड़ा सहना पड़ा। इस दृश्य ने पूरे शहर का मिज़ाज बदल दिया।
सोशल मीडिया में रात्रि में वायरल इस घटना के बाद बखेड़ा खड़ा कर दिया। स्वजन होटल के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठ गए। भेदभाव की भनक सामाजिक संगठन को लगते वे भी इसमें शामिल हो गए। इस घटना ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ी लोक अस्मिता को झकझोरा, बल्कि भारतीयता बनाम दिखावे की संस्कृति की बहस भी तेज करते हुए धरना-प्रदर्शन और नारे बाजी होने लगी।
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सामाजिक संगठनों के सदस्य इस तरह के व्यवहार पर तीखा विरोध करने जताया। रायगढ़ में छत्तीसगढ़ी परिधान का अपमान नहीं सहेंगे, लोगों ने इसे छत्तीसगढ़ी अस्मिता का अपमान बताया। इस बीच अपमानित बुजुर्ग विष्णु चरण साव, ग्राम बरमकेला निवासी ने बताया कि वह वर्षों से ऐसे ही परिधान पहनते आ रहे है। यकीन न आए तो उनके आधार कार्ड को देखा जा सकता है। आधी रात जूटमिल पुलिस की मौजूदगी में आंदोलन के बाद होटल प्रबंधन ने माफी मांगी तब कही जाकर मामला शांत हुआ।