
रायपुर/ कोंडागांव (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Conversion Issue: जिला अंतर्गत ग्राम पंचायत कोंगेरा में निवासरत जनजातीय समुदाय के लोगों ने तेलंगा पारा में चर्च का निर्माण किया था, शासकीय भूमि पर चर्च निर्माण की बात कहते हुए प्रशासनिक अमले और पुलिस की उपस्थिति में गुरूवार को चर्च में तोड़फोड़ करने की घटना सामने आई। मामले को लेकर तहसीलदार का कहना है कि दो सप्ताह पूर्व नोटिस देने के बाद अतिक्रमण न हटाने पर उनकी सहमति से अवैध अतिक्रमण हटाया गया है।
वहीं, ग्रामीण दवावपूर्वक बिना नोटिस दिए चर्च तोड़ने का आरोप प्रशासन पर लगाते हुए उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात रहे हैं। बिरजू राम सोरी ने बताया ग्राम पंचायत कोंगेरा के तेलंगा पारा में निवासरत लगभग 17-18 परिवार मिशनरी से जुड़े हैं, जिन्होंने मिलकर तेलंगा पारा में फरवरी 2021 में चर्च का निर्माण किया है।
निर्माण के दौरान किसी ने कोई रोक टोक नहीं की। निर्माण के कुछ महीने बीतने के बाद अब शासकीय भूमि में अवैध निर्माण की बात कहकर गुरुवार को गांव वालों ने अधिकारियों की उपस्थिति में तोड़-फोड़ कर चर्च को क्षति पहुंचाई है। गांव में अवैध अतिक्रमण कर कई लोगों ने मकान बनाया है, उन पर अधिकारी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। इस मामले में यह भी कहा जा रहा है कि ग्रामीणों को तोड़-फोड़ करने से पूर्व किसी तरह का नोटिस नहीं मिला था, न उन्होंने तोड़ने की सहमति प्रशासन को दी थी।
इस मामले में कोंडागांव के तहसीलदार हार्दिक श्रीवास्तव ने कहा कि एक व्यक्ति ने शासकीय भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर घर बनाया था। दो सप्ताह पूर्व उसे हटाने के लिए सूचना दी गई थी। उसके बाद न हटाने पर उनकी सहमति से हटाया गया। हम मौके पर उपस्थित थे।