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नईदुनिया प्रतिनिधि, बोड़ला। नेशनल हाईवे-30 (रायपुर-जबलपुर मार्ग) पर स्थित बोड़ला बाईपास रविवार दोपहर एक बार फिर भीषण हादसे का गवाह बना। तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी ने एक युवक को जिंदगी और मौत के बीच लाकर खड़ा कर दिया है। यह हादसा जिले की उन सैकड़ों घटनाओं की एक कड़ी है, जो इस वर्ष सड़कों को लगातार खून से लाल कर रही हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जबलपुर की ओर से रायपुर जा रहा एक ट्रेलर (क्रमांक NL 01 AB 2842) अत्यधिक गति में था। इसी दौरान उसने एक बाइक सवार युवक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि युवक हवा में उछलकर विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक (क्रमांक CG 07 CM 4511) के पहिए में जा फंसा। हादसे के तुरंत बाद ट्रेलर चालक वाहन लेकर मौके से फरार हो गया।
युवक का पैर ट्रक के पहिए में फंसने के बाद ट्रक उसे कुछ दूरी तक घसीटता चला गया। सड़क पर मौजूद लोग इस खौफनाक मंजर को देखकर सिहर उठे। चीख-पुकार के बीच स्थानीय लोगों ने ट्रक को रुकवाया, लेकिन तब तक युवक का पैर बुरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका था। कुछ ही सेकंड की लापरवाही ने एक हंसते-खेलते परिवार की खुशियाँ छीन लीं।
हादसे के तुरंत बाद राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए घायल युवक को बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोड़ला पहुँचाया। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने के कारण उसे कवर्धा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
घायल युवक की पहचान ग्राम जैताटोला निवासी राहुल मरावी के रूप में हुई है, जो घोंघा पंचायत के सरपंच फूलेश मरावी के पुत्र हैं। सूचना मिलते ही बोड़ला थाना पुलिस मौके पर पहुँची। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर चालक से पूछताछ शुरू कर दी है, वहीं फरार ट्रेलर चालक की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
यह हादसा जिले में सड़क सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है। 1 जनवरी से 25 दिसंबर 2025 तक जिले में 303 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 159 लोगों की जान जा चुकी है और 369 से अधिक लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बोड़ला बाईपास पर भारी वाहनों की बेलगाम रफ्तार, ओवरटेक की होड़ और ट्रैफिक पुलिस की अनुपस्थिति इन हादसों का मुख्य कारण है।
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