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राज्य ब्यूरो,नईदुनिया,रायपुर: रायपुर से कोरबा से रामा किचाम नामक माओवादी को गिरफ्तार किया गया है। उसके कब्जे से सोने के बिस्कुट और नकदी भी मिली है। हाल ही में शहरी क्षेत्र से माओवादी के पकड़े जाने की यह दूसरी घटना है। पिछले दिनों रायपुर से 13 लाख के इनामी माओवादी दंपती को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार दंपती से पूछताछ में पता चला है कि उनका काम शीर्ष माओवादियों के लिए शहरी क्षेत्रों में छिपने के लिए ठिकाने की तलाश करना था।
बस्तर में माओवादी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण के साथ ही अब सरकार की शहरी माओवादियों पर नजर है। अब तक रायपुर, राजनांदगांव, गरियाबंद,कोरबा,नारायणपुर जिले में माओवादियों के शहरी संपर्क सूत्र का राजफाश हो चुका है। मामले में कुछ स्थानीय कारोबारी, सरकारी कर्मचारी और एक पूर्व भाजपा नेता की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
बीते वर्षों में पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियों की कार्रवाई में यह सामने आया है कि जंगलों से निकलकर माओवादी शहरी क्षेत्रों में पांव पसारने की कोशिश कर रहे है। शहरी माओवादी नेटवर्क सुरक्षा बलों के लिए चुनौती बनी हुई है। यहीं वजह है कि राज्य सरकार ने शहरी माओवाद के खात्मे को लेकर एक समन्वित रणनीति बनाई है। खुफिया तंत्र को मजबूत किया जा रहा है और साइबर मानिटरिंग के जरिए संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। विश्वविद्यालयों, सामाजिक संगठनों और एनजीओ पर भी निगरानी तेज की गई है, ताकि माओवादी विचारधारा का प्रचार रोककर युवाओं को भ्रमित होने से बचाया जा सके। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बस्तर की तरह शहरी माओवाद पर भी जल्द काबू पा लिया जाएगा। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के संयुक्त प्रयास से बस्तर में माओवाद की कमर टूट चुकी है, अब उसे दोबारा पनपने नहीं दिया जाएगा।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि रामा किचाम कोरबा में कोयला खदान में मजदूरी करने की आड़ में शहरी नेटवर्क के जरिए माओवादियों को आर्थिक और तकनीकी मदद पहुंचा रहा था। वह कई मजदूर संगठनों से भी जुड़ा हुआ है। आरोप बै कि लेवी वसूली के जरिए मिली रकम से माओवादियों के लिए हथियार, गोलियां और अन्य सामग्री की आपूर्ति करता था।
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रामा लंबे समय से माओवादी नेटवर्क से जुड़ा हुआ और शहरी क्षेत्रों में नए समर्थक जोड़ने का काम भी कर रहा था। 24 सितंबर को रायपुर के चंगोराभाठा से गिरफ्तार जग्गू कुरसम और उसकी पत्नी कमला का राम के साथ कनेक्शन निकला है। वह लगातार दोनों के संपर्क में था और कई बार उनसे मिलने रायपुर भी आया है। जग्गू भी अपनी पत्नी के साथ उनसे मिलने कोरबा गया है।इनके बीच पैसों का भी लेन-देन हुआ है।