आयुर्वेद की सलाह - लघु सुपाच्य, जल्दी पचने वाला भोजन करें
डॉ. सीमा पांडे ने बताया कि आयुर्वेद में शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारी से बचे रहने के तीन मुख्य तरीके हैं।
By Shashank.bajpai
Edited By: Shashank.bajpai
Publish Date: Tue, 11 May 2021 07:10:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 11 May 2021 07:10:32 AM (IST)
Dr. Seema Pandey, Medical Officer, Ayurveda College and Hospital Bilaspurरायपुर। आयुर्वेद कॉलेज एंड हास्पिटल बिलासपुर की चिकित्सा अधिकारी डॉ. सीमा पांडे ने बताया कि आयुर्वेद में शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारी से बचे रहने के तीन मुख्य तरीके हैं। पहला लघु सुपाच्य आहार, दूसरा निद्रा यानी अच्छी नींद और तीसरा आनंद से रहना। इन तीन बातों का जो पालन करता है, वह हमेशा स्वस्थ रहता है।
यदि इन तीन पोषण आहार का पालन न किया जाए, तभी बीमारी हमारे शरीर में प्रवेश करती है। लघु सुपाच्य भोजन अर्थात जो जल्दी पच जाए और पेट में भारीपन महसूस न होने पाए। यदि भोजन पचता है तो समझो, हम स्वस्थ हैं। सारी बीमारी पेट खराब रहने की वजह से ही होती है।
यदि सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही लघु सुपाच्य भोजन का सेवन करें तो अच्छा है। यह रात तक पच जाता है। रात्रि में भोजन का त्याग करना चाहिए। वर्तमान दौर में यह मुश्किल है, लेकिन स्वस्थ रहना है तो इसका पालन अवश्य करें। आयुष काढ़ा दिन में दो बार लें। कच्चा सलाद न खाएं, इसे पकाकर सेवन करें। पसिया वाला चावल खाएं। चाय में सोंठ, कालीमिर्च, तुलसी, अदरक डालकर पीएं।
दूसरी सबसे जरूरी चीज है गहरी नींद का आना। वर्तमान में जीवनशैली में आए बदलावों की वजह से कई लोग अनिद्रा के शिकार हो रहे हैं। रात में बार-बार नींद न टूटे, यदि नींद अच्छी है, तो मन प्रसन्न रहता है और शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। मन में प्रसन्नता बने रहने से और जीवन में आनंद होने से बीमारी पास नहीं फटकती। स्ट्रेस यानी तनाव बिल्कुल न लें। योग, प्राणायाम अवश्य करें।