
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और विधायक भूपेश बघेल के घर सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) टीम के छापे के विरोध में विपक्ष ने सोशल मीडिया एक्स पर केंद्र और राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने एक्स पर पोस्ट किया है कि एक बार फिर सीबीआई को काम पर लगाया गया है।
अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर सीबीआई भेज दी गई है। इससे साफ है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार विरोधियों को धमकाने के लिए सीबीआई, ईडी और आईटी (आयकर विभाग) का दुरुपयोग कर रही है।
इधर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का भाजपा सरकार लगातार विपक्ष के खिलाफ उपयोग कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक कदम है।

डॉ. चरण दास महंत।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने लिखा है कि तमाम असफल छापों और नाकाम साजिशों के बाद अब भाजपा ने सीबीआई को भूपेश बघेल और देवेंद्र यादव के पीछे लगा दिया है, लेकिन ये सत्ता की हताशा के सिवाय कुछ नहीं है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने लिखा है कि बार-बार पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को एजेंसियों के माध्यम से परेशान करना बेहद निंदनीय है। ये केवल भूपेश बघेल की छवि को खराब करने की भाजपा की नाकाम कोशिश है।
प्रदेश की भाजपा सरकार राज्य को चलाने में असमर्थ साबित हो रही है, इसीलिए जनता से जुड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे प्रयास कर रही है। भाजपा की ओर से राजनीतिक द्वेष की भावना से की जा रही यह कार्रवाई लोकतंत्र का हनन है।
डिप्टी सीएम ने कहा- नेता प्रतिपक्ष को सीबीआई और ईडी पर भरोसा है
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छत्तीसगढ़ में सीबीआई छापे को लेकर डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि छापे किस विषय पर हुए हैं इसकी जानकारी नहीं है, सिर्फ यह पता है सीबीआई पहुंची है। छत्तीसगढ़ सरकार कई विषयों की जांच सीबीआई को सौंपी है। कई मामले पर जांच जारी भी है, अभी किस मामले पर जाँच हो रही यह बाद में स्पष्ट होगा।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि शायद कांग्रेस नेताओं को पता नहीं उनके ही नेता प्रतिपक्ष विभिन्न विषयों पर सीबीआई और ईडी जांच की मांग कर रहे हैं। उन्हें भी अब भरोसा है सीबीआई और ईडी पर। नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि अगर सीबीआई जांच नहीं होगी, तो प्रधानमंत्री को पत्र लिखेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हैं, महादेव सट्टा के खिलाफ आवाज उठाएं।