नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: राजधानी रायपुर में तेजी से नशे की तस्करी का हब बनता जा रहा है। पुलिस द्वारा राजधानी के एमडीएमए जैसे खतरनाक नशे की सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय ड्रग नेटवर्क का राजफाश करने के बाद साफ हो गया है कि ड्रग पैडलर वीआईपी रोड, नवा रायपुर स्थित होटल, रेस्टोरेंट और क्लबों में MDMA खपा रहे हैं।
राजधानी के इन हाईप्रोफाइल स्थानों पर महंगे नशे का कारोबार रात भर चलता है, जहां एक पार्टी में लाखों रुपये तक की ड्रग खपाई जाती है। लंबे समय से दिल्ली और रायपुर के क्लबों का एक संयुक्त नेटवर्क काम कर रहा है। अहम बात यह है कि मामला खुलने के बाद भी एक भी होटल में कार्रवाई नहीं हुई है। पुलिस की सख्त कार्रवाई और लगातार छापेमार कार्यवाहियों के बावजूद नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। पिछले 21 दिनों में पुलिस ने हेरोइन (चिट्टा) और MDMA तस्करी के 5 बड़े प्रकरणों का भंडाफोड़ किया। इस दौरान 38 आरोपित पकड़े गए और उनके कब्जे से करीब 7 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत का नशे का जखीरा जब्त हुआ।
पुलिस का दावा है कि यह ट्रेन रूट से चलने वाला नेटवर्क अब तक का सबसे सुरक्षित और छुपा हुआ तंत्र है, जिसे एक संगठित गिरोह चला रहा है। गिरोह वीकएंड में पार्टी लवर्स और नशे के आदी युवाओं तक एमडीएमए पहुंचा रहे हैं।
टिकरापारा थाना: 22 आरोपितों से 412.87 ग्राम हेरोइन जब्त, कीमत करीब 1 करोड़। एक क्रेटा कार, 22 मोबाइल फोन, तोल मशीन, नकदी और अन्य सामान मिला।
कोतवाली थाना: 4 आरोपितों से 642 ग्राम हेरोइन, कीमत लगभग 3 करोड़।
तेलीबांधा थाना: 3 आरोपितों से 6.30 ग्राम हेरोइन, इलेक्ट्रॉनिक तराजू और मोबाइल बरामद, कीमत करीब 25 हजार।
कबीर नगर थाना: 6 आरोपितों से 282.19 ग्राम हेरोइन, 2 मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल जब्त, कुल कीमत 59 लाख।
गंज थाना: 3 आरोपितों से 27.58 ग्राम एमडीएमए, नगदी 85,300 रुपये और मोबाइल जब्त, कीमत लगभग 20 हजार।
रायपुर पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपित नशे के कारोबार की कड़ी का हिस्सा हैं। इनसे पूछताछ में कई नए नाम सामने आ रहे हैं। पुलिस का मानना है कि रायपुर के अलावा आसपास के जिलों और राज्यों तक फैला हुआ बड़ा नेटवर्क इस धंधे में सक्रिय है।
हेरोइन (चिट्टा) : 4 मामलों में 35 आरोपित गिरफ्तार, 707.78 ग्राम जब्त
एमडीएमए : 1 मामले में 3 आरोपित गिरफ्तार, 27.58 ग्राम जब्तकुल 38 आरोपित - कीमत 7 करोड़ रुपये से अधिक
रायपुर एसएसपी लाल उम्मेद सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम फॉरवर्ड व बैकवर्ड लिंक पर काम कर रही है। आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े कई प्रभावशाली चेहरे बेनकाब हो सकते हैं।