
सौरभ मिश्रा, रायपुर। रायपुर के निगम को जोन कार्यालयों से लेकर निदान ‘1100’ शिकायत पोर्टल पर कुत्तों के आतंक की शिकायतें पहुंच रही हैं। केवल आंबेडकर अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार, प्रतिदिन 15 से अधिक मरीज कुत्तों के काटने के पहुंच रहे हैं।
आवारा कुत्तों के आतंक से लोग इस कदर भयभीत हैं कि अपने घर से बाहर निकलने में भी घबराने लगे हैं। शहर के बाहरी मोहल्लों के अलावा भीतरी वार्डों में भी इन दिनों कुत्तों का आतंक है। कब किसको दौड़ाकर अपना शिकार बना लें कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
इधर, नगर निगम द्वारा लगातार दावा किया जा रहा है कि कुत्तों को पकड़ने का अभियान जारी है। मगर, अब शहरवासी ही निगम के दावे को खोखला बताने लगे हैं। कुकुरबेड़ा के रहने वाले रोहित त्यागी ने बताया कि उनके मोहल्ले में हर दिन नए-नए कुत्ते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, सैकड़ों की संख्या में छोटे कुत्ते भी मोहल्ले में मौजूद हैं।
शहर में कुत्तों की लगातार धरपकड़ जारी है। बीते पांच दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 15 से अधिक खतरनाक कुत्तों को पकड़ा जा सका है। साथ ही पकड़े गए कुत्तों का टीकाकरण कर उनकी देखरेख की जा रही है। - जयदेव बाबरा, उपायुक्त (स्वास्थ्य), नगर निगम, रायपुर
साल 2025 शहरवासियों के लिए कुत्तों के काटने की घटनाओं की दृष्टि से ठीक नहीं जा रहा है। दरअसल, नए वर्ष से कुत्तों के काटने और शिकायत दोनों मामलों में इजाफा हुआ है। जनवरी 2025 में डॉग बाइट के मामलों पर नजर डालें तो प्रतिदिन 15 से अधिक लोग कुत्तों का शिकार हो रहे हैं।
वहीं, प्रतिदिन सात से आठ लोग कुत्तों से परेशान होकर नगर निगम में शिकायत कर रहे हैं। पिछले वर्ष 2024 में जहां शिकायतों का आंकड़ा चार से पांच रहा था। वहीं, इस वर्ष यह दोगुना हो गया है। साथ ही बीते दिनों आर्मी चौक में हुई घटना के बाद खूंखार कुत्तों के आतंक और निगम के धरपकड़ के काम पर लोग लगातार सवाल उठाने लगे हैं।
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नगर निगम की स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही घटना के सात दिन बाद गुरुवार को बालाजी हॉस्पिटल मासूम वासु कश्यप से मिलने पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने लगभग सात दिन पहले कुत्तों का शिकार हुए वासु का हालचाल जाना और प्रशासन की हरसंभव मदद दिलाने की बात कही।
बता दें कि 13 फरवरी में दलदल सिवनी के आर्मी चौक में हुई दिल दहला देने वाली घटना में तीन खूंखार कुत्तों ने वासु को 10 मिनट तक नोच-नोचकर खाया था। इसके बाद आनन फानन में परिवार वाले मासूम को लेकर बालाजी हास्पिटल पहुंचे और उपचार शुरू हुआ।
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खूंखार कुत्तों ने वासु को इस कदर काटा है कि डॉक्टरों को सर्जरी तक करनी पड़ी है। फिलहाल अभी वासु की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।