
रायपुर। राजधानी में ड्रग सप्लाई के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने शनिवार को 'प्रोफेसर गैंग' के सरगना आयुष अग्रवाल उर्फ प्रोफेसर समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। ये सभी दुर्गानगर, केनाल रोड इलाके में एमडीएमए ड्रग बेचते हुए पकड़े गए। आरोपियों से 3.88 ग्राम एमडीएमए और चार मोबाइल फोन बरामद किए गए।
आयुष अग्रवाल ने चर्चित वेब सीरीज 'मनी हाइस्ट' से प्रेरित होकर अपने गैंग के सदस्यों के नाम शो के किरदारों के नाम पर रखे थे। इससे पहले भी वह ड्रग सप्लाई के एक मामले में जेल जा चुका था और तीन महीने पहले ही रिहा हुआ था। रिहाई के बाद उसने फिर से गैंग को सक्रिय कर दिया था।
15 मई को पुलिस ने आयुष और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से महंगी ड्रग्स, कोकीन और एक लग्जरी कार भी जब्त की गई थी।
सितंबर-अक्टूबर में पुलिस ने आयुष के गिरोह से जुड़े कई अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें शुभम सोनी, अभिषेक साहू, सोनू अग्रवाल, आर्यन ठाकुर और दो-तीन नाइजीरियन ड्रग सप्लायर शामिल थे। पुलिस ने इनके पास से:
जब्त किए थे।
गैंग के सदस्य आर्यन ठाकरे से पूछताछ में खुलासा हुआ कि हिमाचल प्रदेश के कसोल स्थित होटल एप्पल पाई के संचालक अमनदीप सिंह छाबड़ा से ड्रग्स की सप्लाई होती थी। आगे जांच में अमनदीप ने बताया कि कसोल में 'बेस्ट एंड मस्ट' नामक दुकान के संचालक अशोक यादव ने दिल्ली के नाइजीरियन सप्लायर मिस्टर इनोसेंट से एमडीएमए ड्रग्स प्राप्त की थी।
रायपुर पुलिस ने दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में छापेमारी कर इस ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ किया, जहां उत्तम नगर इलाके से नाइजीरियन नागरिक मिस्टर इनोसेंट ओलोचुकू को गिरफ्तार किया गया।
इस कार्रवाई में अब तक पुलिस ने करीब एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। छानबीन में पाया गया कि नशीले पदार्थों की सप्लाई दिल्ली से होती थी, जो रायपुर समेत प्रदेशभर में फैली हुई थी। पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और ड्रग सप्लाई के और ठिकानों का पता लगाने के लिए जांच में जुटी हुई है।