रायपुर। Exam Tips: हिंदी में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं, इसके लिए आवश्यक है कि मात्राओं का विशेष ध्यान रखा जाए। उत्तर पूरा लिखने के बाद भी छात्रों को पूरे अंक नहीं मिल पाते, इसका कारण है मात्राओं की गलती और व्याकरण की अशुद्धि। हिंदी विषय के विशेषज्ञ येन कुमार वर्मा, प्राचार्य डा. केसी बघेल शास. उच्च माध्य. विद्यालय सिलयारी ने बताया कि व्यर्थ के शब्दों का प्रयोग न करते हुए उत्तर सारगर्भित लिखना चाहिए। आवश्यकता से अधिक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं।

तैयारी करते समय इन पांच बातों का रखें ध्यान

अन्य विषयों की तरह हिंदी को भी समय दें

लेखन-शैली सुधारें

उत्तर सारगर्भित होने चाहिए

सभी विषयों के बारे में हो जानकारी

व्याकरण पर दें ज्यादा ध्यान

हल्के में न लें

ज्यादातर छात्र हिंदी विषय को लेकर लापरवाही दिखाते हैं। वे सोचते हैं कि विषय आसान है, दो दिनों में तैयारी की जा सकती है। इसी गलती में वे सही को भी गलत कर बैठते हैं। अन्य विषयों की तरह हिंदी में गंभीरता दिखाने की आवश्यकता होती है। येन कुमार वर्मा ने कहा कि अन्य विषयों की तरह हिंदी को भी समय देना चाहिए। विषय को रोजाना पढ़ें और मात्राओं के उपयोग पर ध्यान दें।

उत्तर सारगर्भित होने चाहिए

उत्तरपुस्तिका में अनावश्यक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। उत्तर सारगर्भित और भावपूर्ण होना चाहिए। प्रश्न में उत्तर के लिए शब्द सीमा तय रहती है। उसी के आधार पर उत्तर देना चाहिए। विषय विशेषज्ञ वायके वर्मा ने बताया कि अगर छात्रों को सौ शब्दों में उत्तर देने के निर्देश हैं तो उतने ही शब्दों में उत्तर देना चाहिए। ज्यादा अंक मिलेंगे, इस चक्कर में छात्र तय सीमा से अधिक उत्तर लिख देते हंै। इससे उनके समय की बर्बादी होती है।

सभी विषयों की हो जानकारी

हिंदी की परीक्षा में निबंध पूछे जाते हैं, जो आपके अंक को बढ़ा सकते हैं। निबंध की तैयारी करते समय विषय का चुनाव करना छात्रों के लिए एक चुनौती की तरह होता है कि आखिर किस विषय पर तैयारी करें। वायके वर्मा ने बताया कि प्रश्न-पत्र में निबंध किस विषय पर पूछा जाएगा, इसका आकलन करना कठिन है, इसलिए छात्र सभी विषयों के बारे में जानकारी रखें।

व्याकरण पर दें ज्यादा ध्यान

प्राचार्य येन कुमार वर्मा ने बताया कि परीक्षा की तैयारी करते समय व्याकरण का पर विशेष ध्यान देना चाहिए। व्याकरण में मात्राओं के सही उपयोग की जानकारी होनी चाहिए। दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले मुहावरों का अर्थ मालूम होना चाहिए। संधि-समास, संज्ञा-सर्वनाम, रस, संधि विच्छेद के साथ आवेदन लिखने की शैली और भाषा पर ध्यान दें।

लेखन-शैली सुधारें

हिंदी विषय में लिखावट अच्छी होनी चाहिए। प्राचार्य येन कुमार वर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों की लेखन-शैली अच्छी होनी चाहिए। व्यर्थ और अनर्गल शब्दों के चयन से बचना चाहिए। जितना याद हो, उतना ही उत्तर देना चाहिए।

Posted By: Vinita Sinha

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़
  • Font Size
  • Close