रायपुर। Ganesh Chaturthi 2022: राजधानी के गली-कूचे से लेकर कालोनियों और प्रमुख मार्गों पर गणेश उत्सव की धूम मची हुई है। गणेश उत्सव को लेकर रायपुर का नाम प्रदेशभर में प्रसिद्ध है, क्योंकि यहां गणेश उत्सव समितियों द्वारा हर साल आकर्षक मूर्तियों की स्थापना की जाती है।
कोरोनाकाल के दो वर्ष बाद एक बार फिर शहर में गणेश उत्सव की रौनक लौट आई है। आकर्षक मूर्तियां पंडालों में विराजमान हो चुकी हैं। राजधानी की चारों दिशाओं में प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश जी की भक्ति में लोग लीन हैं। समितियों द्वारा तैयार किए गए आकर्षक पंडालों में मूर्तियों को देखने के लिए शहर के प्रमुख मार्गोें पर लोगों का हुजूम देखा जा सकता है। पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा सकती है।
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ज्योतिषियों के मुताबिक 300 वर्ष बाद लंबोदर योग बन रहा है। इसका धार्मिक दृष्टि से खासा महत्व है। इस योग को शुभ कार्य के साथ खरीदारी के लिए भी उत्तम माना गया है। समितियों के मुताबिक गणेश उत्सव के दौरान अलग-अलग पंडालों में यातायात व्यवस्था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है। राजधानीवासी रात 12 बजे तक पंडालों में मूर्तियों के दर्शन कर सकते हैं।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर सत्संग
आर्ट आफ लिविंग के शांतनु के आध्यात्मिक बैंड के द्वारा गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष भजन संध्या का आयोजन किया गया। गिटार पर अमन, कीबोर्ड पर मिथिलेश, बांसुरी पर विजय, ढोलक पर मुक्तक, तबला पर सुशील एवं गायन में शांतनु ने आर्ट ऑफ लिविंग के भजन एवं फिल्मी गीतों के माध्यम से सत्संग किया गया। मीडिया स्टेट प्रभारी दीपेंद्र दीवान ने बताया कि इस कार्यक्रम में आर्ट आफ लिविंग शिक्षक पूजा जिंदल एवं संस्थान के लोगों ने सहयोग किया।