दुर्गा प्रसाद बंजारा, रायपुर (Indian Railways)। जनवरी से लेकर अभी तक रेलवे ने रायपुर डिवीजन में टिकट आरक्षण से हुई अपनी कमाई का 25 प्रतिशत हिस्सा रिफंड में ही यात्रियों को लौटा दिया है। ये सिलसिला अभी भी जारी है। रेलवे हर माह लगभग 70 से 80 लाख तक का रिफंड दे रहा है।
इसके कई कारण बताए जा रहे हैं। रायपुर डिवीजन ने जनवरी से लेकर मई तक आरक्षण से ही 16 करोड़ से ज्यादा की आय की है, जिसमें से चार करोड़ 15 लाख रुपये यात्रियों को रिफंड कर दिए हैं। जनवरी से मई 2025 तक, कुल 52 हजार 215 यात्रियों ने अपने टिकट रद कराए हैं, जिसके परिणामस्वरूप रेलवे को चार करोड़ 15 लाख 33 हजार 272 रुपये का भारी रिफंड देना पड़ा है।
इतनी बड़ी संख्या में टिकट रद होने के पीछे का कारण बिलासपुर जोन में ट्रेनों की लेटलतीफी और ट्रेनों के लगातार रद होना बताया जा रहा है। क्योंकि अप्रैल के आखिरी महीने में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के कारण टिकट रद हो रहे थे। अप्रैल से पहले भी लगातार टिकट रद हुए हैं। हालांकि रेलवे के अधिकारी इसे स्पष्ट रूप से मानने को तैयार नहीं है।
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पांच माह में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने 57 से ज्यादा ट्रेनों को रद किया है, जिससे हजारों यात्रियों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ा है। रायपुर से गुजरने वाली लंबी दूरी और लोकल, दोनों ही तरह की ट्रेनें प्रभावित हुई।
ट्रेनों के रद और विलंब होने की बात मैंने बैठकों में उठाई है। यात्री दो महीने पहले अपनी बुकिंग कराता है। 15 दिन पहले उसे ट्रेन के रद होने की जानकारी मिलती है। - राजेंद्र जग्गी, सदस्य, क्षेत्रीय रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री