
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। प्रख्यात साहित्यकार और ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता विनोद कुमार शुक्ल गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं। वे सोमवार शाम से रायपुर के एमएमआई नारायणा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्हें 30 लाख रुपये की रॉयल्टी प्राप्त हुई थी, जिसके कारण वे चर्चा में थे।
नाक की हड्डी टूटी थी
जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पहले घर के आंगन में मुंह के बल गिर जाने से उनकी नाक की हड्डी टूट गई थी, जिसके लिए सर्जरी करवानी पड़ी। दो दिनों तक वे इसी अस्पताल में भर्ती रहे। इसके बाद उन्हें सांस लेने में परेशानी होने लगी। सोमवार को उनके पुत्र शाश्वत उन्हें दोबारा एमएमआई नारायणा अस्पताल ले गए और जांच कराई। डॉक्टरों ने पाया कि उनके फेफड़ों में पानी भर गया है, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया।
90 साल पूरे होने वाले
वरिष्ठ लेखक रमेश अनुपम ने फेसबुक पर लिखा कि खबर मिलते ही वे अस्पताल पहुंचे और शुक्ल जी से मुलाकात की। विनोद कुमार शुक्ल जल्द ही 1 जनवरी को 90 वर्ष पूरे करने वाले हैं। वहीं, 21 नवंबर को रायपुर में उनके निवास पर ही उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
विनोद कुमार शुक्ल की चर्चित कविता ‘सबसे गरीब आदमी की’ की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए साहित्य प्रेमियों ने प्रार्थना की है कि उनके इलाज के लिए भी सबसे बड़ा विशेषज्ञ डॉक्टर आए। छत्तीसगढ़ शासन से मांग की जा रही है कि वे उनके उपचार को गंभीरता से लें, क्योंकि विनोद कुमार शुक्ल जैसे कवि और लेखक राज्य के लिए गौरव का प्रतीक हैं।