नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। दुर्ग रेलवे स्टेशन में मानव तस्करी और धर्मांतरण कर दो ननों द्वारा बस्तर की भोली भाली आदिवासी बेटियों को आगरा ले जाया जा रहा था, जिन्हें दुर्ग जिला के हमारे जागरुक नागरिकों द्वारा बचाया गया। आज संसद सत्र के शून्यकाल में इस संवेदनशील मुद्दे को सदन के पटल में सांसद विजय बघेल ने रखा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा सबके सामने आ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कांग्रेस के सांसद और नेता मानव तस्करी को बढ़ावा दे रहे हैं और नन के समर्थन में खड़े हो रहे हैं। शांतिप्रिय छत्तीसगढ़ में कांग्रेस भ्रम फैलाकर अराजकता पैदा करना चाह रही है। कानून अपना काम कर रही है और यह सभी नन के समर्थन में खड़े होकर दबाव बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सदन में पूछा कि क्या हम अपनी आदिवासी बेटियों की रक्षा नहीं करेंगे।
उनके अलावा संसद में बस्तर सांसद महेश कश्यप ने भी इस मुद्दे को मजबूती से उठाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की आड़ में कुछ बाहरी तत्व विशेष रूप से आदिवासी क्षेत्रों में मतांतरण जैसे कुत्सित प्रयासों में लिप्त हैं।
अबूझमाड़ क्षेत्र का उदाहरण देते हुए, जहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले अबूझमाड़िया जनजाति निवास करते हैं, उन्होंने कहा कि मिशनरी गतिविधियों के नाम पर कुछ तत्व आदिवासी बेटियों को बहला-फुसलाकर दूसरे राज्यों में ले जाकर मतांतरण और तस्करी जैसे संगठित अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।
सांसद कश्यप ने नारायणपुर से संबंधित एक हालिया मामले का उल्लेख करते हुए कहा 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर अबूझमाड़ क्षेत्र की तीन आदिवासी बेटियों को लेने जबलपुर और आगरा से दो नन पहुंची थीं। एक बेटी ने रोते हुए स्टेशन पर सहायता मांगी। नागरिकों और रेलवे पुलिस की तत्परता से दोनों नन को गिरफ्तार किया गया।