राज्य ब्यूरो,रायपुर | राजधानी में कथित न्यूड पार्टी(Nude party poster) के एक पोस्टर के इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होते ही सियासी पारा चढ़ गया है। कांग्रेस ने इसे प्रदेश की संस्कृति पर सीधा हमला करार देते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, राज्य शासन के मंत्रियों ने स्पष्ट किया है कि ऐसे आयोजनों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयोजक, प्रायोजक कोई भी हों, कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहा कांग्रेस ने
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि राजधानी में इस प्रकार के आयोजन लगातार हो रहे हैं। पुलिस और सरकार के बिना संरक्षण से संभव नहीं है कि कोई व्यक्ति या संस्था ऐसे आयोजन करने की धृष्टता दिखाए।
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने कहा कि सरकार का डर खत्म हो गया है, इसलिए ऐसा ट्रेंड लाने की कोशिश हो रही है, जैसा दूसरे राज्यों के महानगरों में देखने को मिलता है। यहां की नई पीढ़ी को बर्बाद करने की कोशिश हो रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि यह न केवल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक मूल्यों पर सीधा आघात है, बल्कि सरकार और प्रशासन की उदासीनता का जीता-जागता उदाहरण भी है। ऐसी नग्नता बर्दाश्त नहीं होगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर संरक्षण देने वाले सफेदपोश लोगों के नाम उजागर कर कार्रवाई की मांग की गई है।
बजरंग दल की तीखी प्रक्रिया
बजरंग दल ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। विभाग संयोजक रवि वाधवानी ने कहा कि ऐसे आयोजन किसके संरक्षण में हो रहे हैं, उनमें पुलिस को भय नहीं है या मिलीभगत से चल रहा है। उचित कार्रवाई नहीं होती है तो बजरंग दल अपने स्तर पर क्लबों को बंद कराएगा।
ये बोले प्रदेश के मंत्री
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पुलिस को पूरे मामले की जांच करने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसी धृष्टता बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पर्यटन व संस्कृति मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि इस प्रकार के पोस्टर प्रदेश की संस्कृति को आहत करने वाले हैं। आयोजक या प्रायोजक कोई भी हो, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को गलत दिशा में जाने से रोकने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। कांग्रेस हर चीज को लेकर दोषारोपण करती है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी यह समझ नहीं पा रही है कि यह ऋषि-मुनियों और संतों का देश रहा है। इस प्रकार का आयोजन नहीं होना चाहिए। यहां तक कि किसी को भी इस विषय में सोचना भी नहीं चाहिए। कांग्रेस हर चीज में राजनीति करती है। उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे आयोजनों को रोकने का प्रयास करना चाहिए।