
नईदुनिया प्रतिनिति, रायपुर: तोमर बंधुओं के मामले में रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, जमीन हथियाने, मारपीट, हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर सूदखोर वीरेंद्र सिंह तोमर को आखिरकार 162 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार करके पुलिस रायपुर लेकर आ गई है।
पुलिस ने आरोपी को मध्यप्रदेश के ग्वालियर स्थित विंडसर हिल्स टाउनशिप से गिरफ्तार किया। कार्रवाई छत्तीसगढ़ पुलिस की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और ग्वालियर की सिरोल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने की।
जानकारी के अनुसार, वीरेंद्र तोमर पिछले कई महीनों से ग्वालियर में एक फ्लैट किराये पर लेकर छिपा हुआ था। पुलिस को जब उसकी मौजूदगी की सूचना मिली तो क्राइम ब्रांच और पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने एमपी पुलिस के सहयोग से घेराबंदी कर दबिश दी। वीरेंद्र को शनिवार दोपहर गिरफ्तार किया गया और पुलिस टीम उसे रविवार दोपहर रायपुर लेकर पहुंची। रायपुर पहुंचने के बाद आरोपी को क्राइम ब्रांच ऑफिस से पुरानी बस्ती थाना ले जाया गया, जहां उससे विस्तृत पूछताछ जारी है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वीरेंद्र तोमर और उसका भाई रोहित तोमर दोनों जून 2025 से फरार हैं। दोनों भाइयों पर सूदखोरी, जबरन वसूली, ब्लैकमेलिंग, जमीन कब्जाने, मारपीट, हत्या के प्रयास, दुष्कर्म और आर्म्स एक्ट जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं।
इन दोनों भाइयों ने लंबे समय तक रायपुर और आसपास के इलाकों में सूद पर पैसे देकर आम नागरिकों और कारोबारियों को धमकाने, प्रताड़ित करने और संपत्ति हथियाने का अपराधी नेटवर्क खड़ा कर रखा था।
पिछले कुछ महीनों में पुलिस ने तोमर बंधुओं के कई सहयोगियों और परिजनों को गिरफ्तार किया है, जिनमें उनकी पत्नियां भी शामिल हैं। जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि आरोपियों ने फरारी के दौरान कई ठिकानों में अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी दस्तावेज और मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र सिंह तोमर को आज शाम विशेष न्यायालय रायपुर में पेश किया जाएगा। अदालत से रिमांड मिलने के बाद पुलिस उससे अन्य मामलों में पूछताछ कर सकती है। वहीं, उसका भाई रोहित तोमर अब भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
रायपुर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह गिरफ्तारी लंबे समय से चल रहे अभियान की बड़ी सफलता है। दोनों भाईयों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए प्राथमिकता रही है। वीरेंद्र से पूछताछ के बाद कई अन्य मामलों में अहम खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।