छत्तीसगढ़ में गर्मी के चलते बदला समय... सुबह 7 से 11 बजे तक ही खुलेंगे स्कूल, शिक्षा विभाग का आदेश
छत्तीसगढ़ सरकार ने बढ़ती गर्मी के कारण स्कूलों का समय बदला है। 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक सभी स्कूल सुबह 7:00 से 11:00 बजे तक संचालित होंगे। दो पालियों वाले स्कूलों में प्राइमरी और मिडिल कक्षाएं सुबह 7:00 से 11:00 बजे तक, और हाई स्कूल दोपहर 3:00 बजे तक खुलेंगे।
Publish Date: Mon, 31 Mar 2025 06:33:14 PM (IST)
Updated Date: Mon, 31 Mar 2025 11:22:56 PM (IST)
गर्मी से छात्रों को मिलेगी राहत। (फोटो- एआई जनरेटेड)HighLights
- स्कूलों के समय में बदलाव, 7 बजे से 11 बजे तक।
- सरकारी, निजी और केंद्रीय विद्यालयों के लिए आदेश।
- आंगनबाड़ी केंद्रों का समय भी बदला, 11 बजे तक।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर। राजधानी समेत प्रदेशभर में गर्मी के चलते अधिकतम तापमान 41 से 43 डिग्री तक पहुंच गया है। ऐसे में राज्य सरकार ने स्कूलों के समय सारणी में बदलाव कर दिया है। एक पाली में संचालित होने वाले सभी प्राइमरी, मिडिल, हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल अब सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक संचालित होंगे।
जिन स्कूलों में दो पालियों में कक्षाएं लगती हैं, वहां प्राइमरी और मिडिल की कक्षाएं सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक तथा हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी कक्षाएं 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित की जाएंगी।
सख्ती से लागू होगा आदेश- शिक्षा विभाग
- बतादें कि एक अप्रैल से सभी केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, निजी और सरकारी स्कूल खुलने जा रहे हैं। प्रदेश में पड़ रही तेज गर्मी को देखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूलों की समय सारणी में बदलाव करने का आदेश जारी किया है। ये नियम सभी सरकारी और निजी स्कूलों के लिए प्रभावी होगा।
नया समय सारणी 2 से 30 अप्रैल 2025 तक प्रभावी रहेगी। शासकीय कार्यालयों के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वे पहले की तरह ही संचालित होंगे। शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और संभागीय संयुक्त संचालकों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे इस आदेश को सख्ती से लागू करें। आज से आंगनबाड़ी भी 11 बजे तक खुलेंगे
- स्कूल शिक्षा विभाग की तरह ही महिला एवं बाल विकास विभाग ने भी 1 अप्रैल से 30 जून 2025 तक आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन समय सुबह 7:00 बजे से 11:00 बजे तक निर्धारित कर दिया है । इस अवधि में आंगनबाड़ी केंद्र छह घंटे की बजाय चार घंटे ही संचालित रहेंगे। जिससे बच्चों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके।
विशेषज्ञों के अनुसार सरकार का यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि तेज गर्मी के कारण छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।