
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Russia-Ukraine Conflict: छत्तीसगढ़ के अंतरराष्ट्रीय जम्प रोप खिलाड़ी राजदीप सिंह हरगोत्रा यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद करने के लिए आगे आए हैं। राजदीप अभी जर्मनी में हैं, जो भारतीयों की मदद करने के लिए अपने साथियों के साथ हंगरी होते हुए यूक्रेन पहुंच गए। वे दो ट्रकों में जरूरी खाद्य सामग्री के साथ दवाइयां और दैनिक जीवन की उपयोगी सामग्री का वितरण करेंगे। इसके बाद जब ट्रक खाली हो जाएगा तो उसमें भारतीयों को सुरक्षित स्थान तक लेकर वापस आ जाएंगे।
लौटे छात्रों की पढ़ाई की व्यवस्था देश में ही करने का सिंहदेव ने आग्रह
यूक्रेन में पढ़ रहे मेडिकल छात्रों को युद्ध की वजह से पढ़ाई बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौटना पड़ा है। वहां शिक्षा के लिए गए ज्यादातर बच्चे मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। भारत लौटने के बाद उनकी पढ़ाई को लेकर चिंतित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया पत्र लिखा है। सिंहदेव ने उनकी पढ़ाई की व्यवस्था देश में ही करने का आग्रह किया है।
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने लिखा कि यूक्रेन संकट के कारण भारत लौट रहे मेडिकल के छात्र-छात्राएं अलग-अलग पार्ट में अध्ययनरत थे। सबकी अलग-अलग स्थितियां हैं, लेकिन इस विकट परिस्थिति के कारण उन सभी छात्र-छात्राओं के भविष्य पर प्रश्न चिह्न लग गया है। इस मामले में उन्होंने अपना व्यक्तिगत विचार रखते हुए लिखा है कि मेडिकल की शिक्षा के लिए यूक्रेन जाने वाले छात्रों को यदि देश के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत समायोजित किया जाता हैं तो वे सहर्ष तैयार होंगे।
वर्तमान में यूक्रेन और अन्य देशों से मेडिकल की शिक्षा पूरी कर आए भारतीय छात्रों के रजिस्ट्रेशन के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट का प्रविधान है। इसी तरह इसे भी विशेष प्रकरण मानते हुए प्रभावित छात्रों के मेडिकल कालेजों में प्रवेश के लिए विचार-विमर्श के बाद ऐसी पद्धति अपनाई जाए जिसमें सभी छात्रों के अध्ययनरत समयावधि को आधार मानकर स्क्रीनिंग टेस्ट द्वारा मूल्यांकन के बाद देश के मेडिकल कालेजों में अतिरिक्त सीटें आवंटित कर उन्हें समायोजित किया जाए ताकि प्रभावित छात्रों का भविष्य सुरक्षित व सुनिश्चित हो सके।