
नईदुनिया प्रतिनिधि, राजनांदगांव। समर्थन मूल्य पर धान बेच रहे किसानों ने मात्र 11 दिनों में 136 करोड़ रुपये का ऋण भी चुका दिया है। खरीफ फसलों के लिए लगभग 2.20 लाख किसानों ने 1,600 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण लिया है। इस हिसाब से शुरुआती दिनों में ही लगभग नौ प्रतिशत कर्ज किसान चुका चुके हैं। खरीदी अभी दो माह और चलेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि हर वर्ष की भांति इस बार भी जिले के किसान अपना संपूर्ण ऋण चुकता कर देंगे।
सहकारी बैंक के आंकड़ों के अनुसार 15 से 28 नवंबर के मध्य अविभाजित राजनांदगांव जिले के राजनांदगांव, कवर्धा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के कुल 38 हजार 852 किसानों ने अब तक धान बेचा है। इसकी मात्रा 1,998 लाख क्विंटल और कीमत 471 करोड़ रुपये है। इन किसानों को भुगतान भी किया जा चुका है। धान खरीदी की अपेक्षित गति राजनांदगांव और कवर्धा जिले में है।
यहां क्रमश: 15 हजार 732 व 12 हजार 121 किसान अपना धान बेच चुके हैं। इसी तरह खैरागढ़ में 7,696 और मोहला में 3,303 किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा है। राजनांदगांव के किसानों ने 57 करोड़ रुपये का ऋण धान बेचकर चुकता कर दिया है। कवर्धा में 39 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाया जा चुका है। खैरागढ़ व मोहला में यह राशि क्रमश: 31 व नौ करोड़ रुपये है।
इस सप्ताह से शुरू होगा उपार्जन केंद्रों से परिवहनधान खरीदी की गति धीरे-धीरे तेज होती जा रही है। शुरुआत में आवक कमजोर थी, लेकिन अब इसमें हर दिन तेजी देखने को मिल रही है। कुछ उपार्जन केंद्रों में तय सीमा पार होने वाली है। जाम की स्थिति न बन पाए, इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने उपार्जन केंद्रों से धान के परिवहन की तैयारी भी शुरू कर दी है। बताया गया कि अगले सप्ताह से परिवहन शुरू भी करा दिया जाएगा।
ताकि किसानों को धान बेचने में किसी तरह की परेशानी न हो। हालांकि अभी किसी भी उपार्जन केंद्र से धान का परिवहन शुरू नहीं हो सका है। वर्जनडबल इंजन की सरकार में हर वर्ग के हितों को ध्यान में रखा जा रहा है। वादे के अनुरूप किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है। बेहतर व्यवस्था और सुविधा के बीच किसानों में उत्साह का वातावरण है। - सचिन सिंह बघेल, पूर्व अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक।