नईदुनिया प्रतिनिधि, सुकमा। सुकमा जिले में सुरक्षा बलों ने माओवादियों के खिलाफ अपने ऑपरेशन को जारी रखते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। जिले के मेटागुड़ा इलाके में सुरक्षा बलों ने माओवादियों की एक अवैध ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (विस्फोटक सामग्री निर्माण इकाई) को ध्वस्त कर दिया है। इस कार्रवाई में फैक्ट्री से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और मशीनें बरामद की गई हैं।
एसपी किरण चव्हाण के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार माओवादी इस फैक्ट्री का उपयोग लगातार हो रहे आपरेशनों के बीच अपनी ताकत बढ़ाने के लिए कर रहे थे, जिसमें वे बड़े आकार के बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) का भी निर्माण कर रहे थे।
सुरक्षा बलों द्वारा ध्वस्त की गई इस फैक्ट्री से बरामद विस्फोटक सामग्री और मशीनें माओवादियों की बड़ी साजिश का राजफाश करती हैं। बताया जा रहा है कि इस डंप में कंट्रीमेड हथियार, बीजीएल लांचर और उसे बनाने के लिए उपयोग होने वाली मशीनें व उपकरण शामिल थे। माओवादी इन हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए करने वाले थे।
जिले के अंदरूनी और अति संवेदनशील इलाकों में लगातार सुरक्षा कैंपों की स्थापना से माओवादियों का प्रभाव क्षेत्र और दायरा लगातार सिमटता जा रहा है। सुरक्षा बलों के बढ़ते दबाव और सफल अभियानों ने माओवादियों की कमर तोड़ दी है, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अपने ठिकाने और हथियार डंप छोड़कर भागना पड़ रहा है।
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देश से 2026 तक माओवाद का सफाया करने के संकल्प के साथ सुरक्षा बलों के जवान लगातार इस ओर आगे बढ़ रहे हैं। जवानों की कार्रवाई से डरकर और सरकार की पुनर्वास नीतियों से प्रभावित होकर माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं। वहीं जो माओवादी अभी भी इस विचारधारा का समर्थन कर बस्तर में आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं, वो भी लगातार सुरक्षा बलों की गोलियों का निशाना बन रहे हैं।