
सतीश चांडक सुकमा। प्रदेश की सीमा से लगे मलकानगिरी जिले में पिछले दो दिनों से माहौल तनावपूर्ण चल रहा है। बीते 24 घंटे से इंटरनेट की सुविधा बंद कर दी गई है। एमवी-26 गांव में एक महिला की हत्या 1 दिसंबर को कर दी गई, चार दिन बार उस महिला का शव बिना सिर के मिला।
इसके बाद आसपास के आदिवासी समाज उग्र हो गया और पुलिस के समक्ष गांव के करीब 163 घरों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी गई। वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष 9 वें दिन महिला को दफनाया गया, लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण है। जनप्रतिनिधि और प्रशासन लगातार शांति बहाली को लेकर प्रयासरत है। उधर सुकमा जिले की सीमा पर भी पुलिस की नजर बनी हुई है।

मलकानगिरी जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी. दूर स्थित एमव्ही 26 जहां पिछले दो दिनों से माहौल तनावपूर्ण है। ग्रामीणों ने बताया कि 1 दिसंबर को आदिवासी समाज की महिला लाके पोड़ियामी उम्र 50 अचानक लापता हो गई। परिजनों ने खोजबीन की लेकिन नहीं मिली, उसके बाद 3 दिसंबर को पुलिस ने मामला दर्ज किया और 4 दिसंबर को महिला का शव बरादम हुआ जिसका सिर गायब था।
उसके बाद लगातार आदिवासी समाज और परिजनों द्वारा सिर की खोजबीन करने और आरोपियों को पकड़ने का दबाव बनाते रहे लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वही 7 दिसंबर को गांव में पुलिसकर्मी जांच करने पहुंचे तो उस वक्त ग्रामीण काफी उग्र हो गए थे और वहां कुछ घरों में तोड़फोड़ की गई।

लेकिन दूसरे दिन पुलिस अधीक्षक विनोद पाटिल और पुलिस की पुरी टीम वहां मौजूद थी। लेकिन एकाएक 5 हजार से ज्यादा आदिवासी समाज के लोग पहुंचे और गांव में स्थित 180 घरों में से 163 घरो में आग लगा दी। कई घरों के भीतर घुसकर तोड़फोड़ की गई, घरों में रखे अलमारी जला दिए गए।
फ्रीज से लेकर एसी तक जला दिए गए। यहां तक कि एक घर में रखे गैस सिलेंडर को ब्लास्ट कर दिया गया। लगभग दिनभर लोगो ने जमकर उत्पात मचाया। वही 9 दिसंबर को बिना सिर के महिला का शव गांव में दफनाया गया। करीब 5 हजार जवानों की तैनाती गई है। लेकिन माहौल अभी भी तनावपूर्ण है।

बताया जाता है कि गांव एमव्ही 26 से 1 किमी. दूर स्थित रखलगुड़ा की रहने वाली है। उक्त महिला के पति की मौत हो गई और एक बेटा है। वही एमव्ही 26 में एक खेत है जो कि सरकारी खेत है। उस खेत पर पिछले दो सालो से वो खुद खेती कर रही है। लेकिन उस खेत पर कोई और कब्जा करना चाहता था। यही कारण है कि उक्त महिला की हत्या कर दी गई है।
आदिवासी महासभा मलकानगिरी ने 7 सूत्रीय मांगें रखी। इसमें तीस दिन के भीतर आरोपी को फांसी की सजा दी जाऐं। तीस लाख का मुआवजा और जमीन की रजिस्ट्री की जाऐं। जिले के सभी शरणार्थी को बाहर किया जाऐ। शरणार्थीयों को मिली हुई सरकारी जमीन के अलावा जमीन को ग्राम पंचायत को दी जाऐ। साथ ही तोड़फोड़ और आगजनी घटना में किसी भी आदिवासी समुदाय के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाऐ। साथ ही एव्ही 26 गांव को हटाया जाऐ।
मलकानगिरी विधायक नरसिम्मा और जिला प्रशासन ने लगातार शांति बहाल को लेकर अपील कर रहे है। दोनो पक्षों से शांत रहने और आपसी भाईचारा बनाए रखने की बात कह रहे है ।9 दिसंबर को कलेक्टर व एसपी खुद गांव पहुंचे थे। वहां भी अलग—अलग समुदायों की बैठक लेकर समझाईश दे रहे है।