नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद से कालेजों में प्रवेश लेने में विद्यार्थियों का रुझान बदला है। विद्यार्थियों की पहली पसंद कला विषय हैं। वहीं दूसरी पसंद विज्ञान और तीसरे नंबर पर वाणिज्य आ गया है।पिछले कुछ सालों में वाणिज्य पहले नंबर पर रहा है। प्रदेश के कालेजों में यूजी व पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया समाप्त हुई। दोनों में 5.31 लाख प्रवेश हुए हैं। इसमें सबसे अधिक यूजी के कला संकाय में 1.90 लाख विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।
वहीं विज्ञान में 1.17 लाख और वाणिज्य संकाय में 61 हजार प्रवेश हुए हैं। इसी तरह पीजी के कला संकाय में 64 हजार, विज्ञान संकाय में 55 हजार और वाणिज्य संकाय में 12 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। बता दें, कि प्रदेश के यूजी व पीजी कालेजों में इस बार करीब सात लाख सीटें हैं। इस साल करीब 1.69 लाख सीटें खाली रह गई हैं। वहीं यूजी में 4.02 लाख और पीजी में 1.29 लाख प्रवेश हुए हैं।
पिछले कुछ सालों में यूजी में वाणिज्य विषय विद्यार्थियों का पसंदीदा विषय रहा है, लेकिन तीन-चार साल से ट्रेंड बदल गया है। इस बार वाणिज्य तीसरे स्थान पर है। अभी तक यूजी में प्रवेश लेने वाले सर्वाधिक विद्यार्थियों ने कला संकाय को चुना है। पहले की तरह ही विज्ञान दूसरे स्थान पर है।
इस वर्ष का प्रदेश भर के कालेजों में प्रवेश का आंकड़ा
दो-तीन सालों में परंपरागत पाठ्यक्रमों में ट्रेंड बदला है। विद्यार्थियों में सिविल सर्विसेज में जाने का रुझान बढ़ा है। साथ ही कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी कला संकाय के विषयों को पढ़ना पड़ता है। यही कारण है कि विद्यार्थी कला के विषयों को पसंद कर रहे हैं। - पुष्पलता चौकसे, पूर्व प्राचार्य, हमीदिया महाविद्यालय