
डिजिटल डेस्क, इंदौर: बिहार में एनडीए महागठबंन में सीटों को लेकर खींचतान अब तक नहीं थमा है। सभी दलों के नेताओं की ओर से सब सही है और सबकी सहमति है के पोस्ट और बयान के बाद भी ऐसा लग रहा है कि भीतरखाने सब सही नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि रालोमो के नेता उपेंद्र कुशवाहा के पोस्ट बयान से लग रहा है कि सीट शेयरिंग को लेकर उनकी ओर से सहमति नहीं है।
उपेंद्र कुशवाहा की ओर से तो एनडीए के उम्मीदवारों के नामांकन का बहिष्कार करने तक की बात कह दी गई है। इसी बीच कुशवाहा ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने पटना में पार्टी बैठक स्थगित कर दिल्ली प्रस्थान करने की बात कही है। वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए भी 'नथिंग इस वेल इन एनडीए' कहा था। जिसके बाद से एनडीए के भीतर तनातनी की अटकलों को और जोर मिल गया है।
जानकारी के अनुसार, कुशवाहा दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं। यहां सीटों को लेकर जो भी समस्या है, उस पर चर्चा हो सकती है। दरअसल, एनडीए की ओर से कुशवाहा की पार्टी को गठबंधन में 6 सीटें दी गई है। उससे बड़ी बात यह है कि उनके खाते के महुआ सीट लोजपा (आर) और दिनारा जदयू के खाते में जाने की सूचना है। इस बात को लेकर उनकी ज्यादा नाराजगी है।
ऐसी जानकारी आ रही है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी की ओर से 6 सीटें मिलने को लेकर सहमति जता दी गई थी। लेकिन इन दो सीटों पर विवाद खड़ा हो गया। पार्टी महुआ सीट से उपेन्द्र कुशवाहा के पुत्र दीपक कुशवाहा को उतारने वाली थी। जबकि दिनारा से आलोक सिंह खड़े होने वाले थे। लेकिन इसी बीच सीटों का बदलाव हो जाने के कारण मंगलवार को दल की ओर से तीखी प्रतिक्रया दी गई है। यहां तक कि पार्टी ने अपने नेताओं को एनडीए प्रत्याशियों के नामांकन से दूर रहने का फरमान जारी कर दिया है।
इन सब के बीच भाजपा नेता अमित शाह ने उपेंद्र कुशवाहा को दिल्ली बुलाया है। दिल्ली में दोनों के बीच इन 2 सीटों पर ही चर्चा होने की संभावना है। फिलहाल को ऐसा लग रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में अभी सबकुछ ठीक नहीं हैं।