
MP Election 2023 (डिजिटल डेस्क) इंदौर। मध्य प्रदेश सहित पांच राज्यों में लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। इस बार चुनाव आयोग वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके लिए ऐसे बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाता जो मतदान करने के लिए मतदान केंद्रों तक आने में सक्षम नहीं है, उन्हें चुनाव आयोग घर बैठे वोटिंग की सुविधा देगा और अधिकारी खुद वोट डलवाने के लिए मतदाता के घर पहुंचेंगे।
बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान करने की सुविधा मिलेगी, लेकिन इसके लिए उन्हें फार्म 12 D भरकर बीएलओ काे आवेदन करना होगा। आवेदन की जांच के बाद उन्हें डाक मतपत्र जारी होगा। निर्वाचन अधिकारी उनके घर जाएंगे और गोपनीयता का पालन करते हुए मतदान कराया जाएगा। इसकी वीडियोग्राफी भी होगी।
इसके साथ ही लाइन में लगने से बचने के लिए कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं को पहले से मतदान के लिए समय निर्धारित करने की सुविधा भी दी जा सकती है।
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इस बार के चुनाव में चुनाव आयोग द्वारा 21 अक्टूबर को चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। वहीं उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। 31 अक्टूबर को स्क्रूटनी की जाएगी। उम्मीदवार 2 नवंबर तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे। वहीं 17 नवंबर को वोटिंग होगी। चुनाव आयोग के अनुसार 3 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे और 5 दिसंबर तक निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। लिहाजा यह प्रक्रिया
46 दिनों तक चलेगी।

मतदान के लिए प्रदेश में 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सब कम मतदाता बालाघाट विधानसभा के सोनेवानी मतदान केंद्र पर 42 हैं। सर्वाधिक 407 मतदान केंद्र सिवनी जिले के लखनादौन विधानसभा क्षेत्र और सबसे कम इंदौर जिले के इंदौर तीन विधानसभा क्षेत्र में 193 हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में 17 हजार 70 मतदान केंद्र संवेदनशील थे। इन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। पिछले चुनाव में सर्वाधिक मतदान रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र में 89.13 प्रतिशत हुआ था। जबकि सबसे 52.84 प्रतिशत मतदान आलीराजपुर के जोबट विधानसभा में हुआ था।