डिजिटल डेस्क। नवरात्र का पावन पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। जगह-जगह भव्य पंडाल सजते हैं और भक्त मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना करते हैं। नवरात्र का पांचवा दिन मां स्कंदमाता को समर्पित होता है।
मान्यता है कि देवी स्कंदमाता को सफेद रंग अत्यंत प्रिय है, जो शांति और सुख का प्रतीक माना जाता है। उनका पूजन जीवन में सुख-समृद्धि के साथ-साथ मोक्ष का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस दिन मां को विशेष रूप से केले का भोग अर्पित करने की परंपरा है।
भक्तों का विश्वास है कि मां स्कंदमाता को केले का भोग लगाने से देवी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख, सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। इसी कारण इस दिन केले से बनी खीर का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है।
दूध - 1 लीटर
पके केले - 2 (अच्छी तरह मैश किए हुए)
चावल - 1/4 कप (भिगोए हुए)
चीनी - 1/2 कप (स्वादानुसार)
इलायची पाउडर - 1/2 टीस्पून
केसर - कुछ धागे (वैकल्पिक)
घी - 1 टेबलस्पून
काजू, बादाम, पिस्ता - सजावट के लिए
1. सबसे पहले भिगोए हुए चावल को दूध में डालकर धीमी आंच पर पकाएं, जब तक चावल अच्छी तरह गलकर दूध गाढ़ा न हो जाए।
2. अब मैश किए हुए केले को इसमें मिलाएं और ध्यान रखें कि इसे अधिक देर तक न पकाएं, वरना स्वाद बदल सकता है।
3. इसके बाद इसमें चीनी, इलायची पाउडर और केसर डालकर 2–3 मिनट तक पकाएं।
4. एक छोटे पैन में घी गरम कर काजू-बादाम हल्का भूनें और खीर में डाल दें।
5. स्वादिष्ट केले की खीर तैयार है, इसे मां स्कंदमाता को भोग के रूप में अर्पित करें।