ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि
शताब्दी, गतिमान एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें दिल्ली से आगरा के बीच तो 150-160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती हैं। मगर आगरा से झांसी के बीच इनकी स्पीड घटकर 130 किमी प्रतिघंटा रह जाती है। जबकि सुपर फास्ट ट्रेनें इस मार्ग पर 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती हैं। झांसी मंडल लंबे समय से ट्रैक की रफ्तार बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। खबर है कि अगले दो माह में ट्रैक की स्पीड बढ़ा दी जाएगी, रेलवे ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। इसके बाद सुपर फास्ट एवं स्पेशल ट्रेनें ट्रैक पर 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी।
डीआरएम झांसी संदीप माथुर ने गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान इसके संकेत दिए हैं। दरअसल डीआरएम झांसी से धौलपुर के बीच स्पेशल ट्रेन से विंडो निरीक्षण पर निकले थे। इस दौरान ग्वालियर में हॉल्ट के दौरान रेलवे की आगामी योजनाओं को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अभी सुपरफास्ट ट्रेनों की रफ्तार ट्रैक पर 110 किमी प्रतिघंटा की होती है। आगामी समय में ट्रेनें 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ने लगेंगी। इससे यात्रियों के समय की भी बचत होगी। गौरतलब है कि नवंबर 2019 में ट्रैक की रफ्तार बढ़ाने को लेकर आरडीएसओ ने ट्रायल भी किया था। इस दौरान आगरा-धौलपुर के बीच तो ट्रेन की रफ्तार 160-170 किमी प्रतिघंटा रही थी। जबकि धौलपुर से मुरैना के बीच ट्रैक में कर्व(घुमाव) अधिक होने के कारण रफ्तार 140 किमी प्रतिघंटा तक रह गई थी।
अब सामान खराब नहीं होगाः-डीआरएम ने बताया कि रायरू मालगोदाम में व्यापारियों को कुछ दिक्कतें आ रही थी। उनका कहना था कि बारिश में सामान खराब हो रहा है। उनकी समस्याओं का निराकरण कर दिया गया है। वहीं रायरू में जल्द ही एक आरपीएफ पोस्ट भी बनाई जाएगी। साथ ही जब तक पोस्ट नहीं बनती है, वहां पर जवानों की तैनाती करने के निर्देश आरपीएफ निरीक्षक को दिए गए हैं। विंडो निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने रायरू, बानमौर स्टेशन पर रेल कर्मचारियों से भी चर्चा की है। इस दौरान स्टेशन प्रबंधक पीपी चौबे, आरपीएफ टीआई आनंद स्वरूप पांडे आदि मौजूद थे।
एक साल में 50 किमी रेल मार्ग होगा तैयारः-बिरला नगर से बानमौर के बीच थर्ड लाइन के लिए पटरिया बिछाने का काम शुरू हो चुका है। डीआरएम ने बताया कि एक साल के अंदर थर्ड लाइन के लिए 50 किमी रेल मार्ग तैयार कर दिया जाएगा।