Alirajpur News: जोबट। शहर के मुख्य मार्ग क्षेत्र में कई जगह आवारा कुत्तों और बंदर का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। कई जगह आवारा कुत्ते बच्चों को काट कर घायल कर चुके हैं। दूसरी ओर जिम्मेदार नगर परिषद और वन विभाग एक-दूसरे पर जिम्मा डाल रहे हैं। वन विभाग ने परिषद को एक पिंजरा जरूर दे दिया है, हालांकि इसकी मदद से सिर्फ बंदर को पकड़ा जा सकता है। श्वानों को पकड़ना परिषद कर्मचारियों के लिए संभव नहीं है।
जानकारी अनुसार आठ साल के खुशाल श्रीराम राठौड़, अमजद खान, सहित सात आठ बच्चों पर कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। दूसरी ओर एक बंदर ने चिंटू अगाल की दुकान को तहस-नहस कर दिया, साथ ही राजकुमार वाणी की दुकान सहित अन्य दुकानों में बंदर ने उत्पात मचाया।
बीते दो दिनों में आवारा कुत्ते और बंदर ने बच्चों समेत आठ लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन घटनाओं के चलते वे डर के माहौल में जी रहे हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों की शिकायतें मिलने पर नगर परिषद ने वन विभाग को पत्र लिखकर समस्या बताई तथा बंदर और श्वानों को नगर से बाहर करने के लिए कहा है।
उधर, वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि बंदर और श्वान को पकड़ने का काम नगरीय निकाय का है। वन विभाग का नहीं। हालांकि वन विभाग ने परिषद को एक पिंजरा जरूर थमा दिया है, जिसकी मदद से बंदर को कैद करने का प्रयास किया जा रहा है। दो विभागों की इस खींचतान के बीच क्षेत्र के लोग चिंता में हैं।