अशोकनगर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को जाटव-अहिरवार समाज के सम्मेलन में कहा कि आज कांग्रेस बाबा साहब डा. आंबेडकर के नाम पर वोट मांगती है, लेकिन जब आजाद भारत के पहले चुनाव में लडऩे के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया तो यही कांग्रेस ने उनके खिलाफ प्रत्याशी खड़ा कर उन्हें षड्यंत्रपूर्वक हराने का काम किया था। इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी ने उस प्रत्याशी को पद्मश्री से सम्मानित किया था, जिसने बाबा साहब को हराया था। सिंधिया ने शुक्रवार को रघुवंशी धर्मशाला में जाटव-अहिरवार समाज के सम्मेलन में शामिल हुए।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी को एक भी दलित, पिछड़ों का वोट नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने नारा दिया था कि शिक्षित हों, संगठित हों और संघर्ष करो। संघर्ष का मतलब केवल धारण नहीं, आंदोलन नहीं, बल्कि उस पीढ़ी के सपने को पूरा करना है। आज भी हम पूरे विश्व को अपने इतिहास व संस्कृति से विश्व का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं और अब भारत का समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आ चुका है। इसलिए नारा दिया है अभी समय है, सही समय है।
बाबा साहब को आजादी के 50 वर्ष बाद अटल बिहारी वाजपेयी की मांग पर भारत रत्न दिलवाने का काम किया। देश पर सात दशक तक जिस कांग्रेस ने राज किया, उसने दलितों के संत रविदास का कभी कोई सम्मान नहीं किया, लेकिन एक व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें सम्मान व पहचान दी और सागर जिले में संत रविदास जी का 100 करोड़ रुपये का मंदिर निर्माण किया जा रहा है।