नईदुनिया प्रतिनिधि, बालाघाट। जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर से 8.30 लाख रुपये कीमत के जीवनरक्षक इंजेक्शन हीमोफिलिया फैक्टर-8 के चार बक्सों की चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस ने मुख्य आरोपित और उसके सहयोगी को मंगलवार रात को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना का मास्टरमाइंड माहेगांव (धपेरा) के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट निकला है, जिसने इस पूरी घटना को अंजाम दिया। इन इंजेक्शनों को बेचकर वह पैसे कमाना चाहता था।
पुलिस ने दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक वैशाली सिंह ने पत्रकारवार्ता में बताया कि मुख्य आरोपित शासकीय फार्मासिस्ट जैनीश (36) पुत्र रमेश टेकाम निवासी वार्ड-10 गर्रा अक्सर जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर आता-जाता था। वह इंजेक्शन की कीमत और उपयोगिता से वाकिफ था। सोमवार रात वह अपनी स्कूटी (एमपी 50 एमए 4380) से ट्रामा सेंटर पहुंचा। वर्षा के कारण पानी जमा होने पर उसने कर्मचारियों को पानी साफ करने को कहा।
कर्मचारी उसे विभागीय अधिकारी समझ बैठे। जैनीश ने पहले से स्टोर रूम की चाबी का एक पेपर में प्रेसर प्रिंट लेकर नकली चाबी बना रखी थी। इसकी मदद से रूम का ताला खोला और फैक्टर-8 के 433 इंजेक्शनों से भरे चार बक्सों को बाहर निकालकर हमाल की मदद से सवारी ऑटो में रखवाया। इसके बाद उसने इन बक्सों को गर्रा स्थित शराब दुकान के बगल में कबाड़ वाले स्थान पर कार में रखवा दिया था।
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