Barwani News युवराज गुप्ता, बड़वानी। शक्ति के कई रूप है। कहीं शक्ति स्वरूपा मां के रूप में लालन पालन कर रही है तो कहीं भार्या बन सेवा कर रही। कहीं बहन बेटी के रूप में अपने माता-पिता और स्वजनों की सेवा सुश्रुषा कर उनमें सकात्मकता की प्रेरक शक्ति का संचार कर रही है। अपनों के साथ दूसरों के जीवन में भी खुशियां भरने का कार्य जिले की एक समाजसेवी युवती कर रही है। यह युवती बेसहारा बुजुर्गों का सहारा बनकर उनकी सेवा कर रही है। उन्हें बेहतर पारिवारिक माहौल देकर उनमें सकारात्मकता की शक्ति का संचार कर रही है।
हम बात कर रहे हैं ग्राम कुंडिया निवासी शिक्षिका पूजा पाटीदार की। पेशे से शिक्षक पूजा अपनी नौकरी के अलावा बुजुर्गों की सेवा का कार्य करती है। गांव में अपने निवास के समीप ही वे निराश्रित वृद्धाश्रम चलाती है। इसका खर्च भी स्वयं ही उठा रही है। पूजा ने बताया कि इसकी प्रेरणा उन्हें उनके दादा जगन्नाथजी पाटीदार से मिली। इसलिए अपने आश्रम का नाम भी उन्होंने जगन्नाथ आश्रम रखा है।
वर्तमान में उनके पास पांच वृद्ध निराश्रित लोग है जिनकी देखभाल प्रतिदिन वे कर रही है। करीब पांच साल से उनकी यह सेवा जारी है। अब तक करीब 30 बीमार बुजुर्गों की सेवा कर चुकी है। ये बुजुर्ग स्वस्थ होने के बाद अपने घर वापस चले गए। इन्हें इनके स्वजनों से मिलाया। इस कार्य में पूजा के पिता किरण पाटीदार एवं पति कुलदीप पाटीदार भी उनका हाथ बंटाते हैं।
समाजसेवी अजीत जैन ने बताया कि पूजा अपने आश्रम के साथ ही जिला अस्पताल में भी समय-समय पर आती है। यहां पर यदि कोई भटकते हुए वृद्धजन पहुंचते हैं तो उनकी सेवा कर अपने आश्रम में ले जाती है। आश्रम में उनका पूरा इलाज व देखभाल कर स्वस्थ कर उनके स्वजनों तक पहुंचाती है।