नईदुनिया प्रतिनिधि, बैतूल। नई-दिल्ली- चैन्नई रेलमार्ग पर बैतूल के सोनाघाटी के समीप रविवार सुबह करीब तीन बजे हाईटेंशन लाइन का केबल गार्ड टूटकर रेलवे की ओएचई (ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन) पर गिर गया। इससे नई दिल्ली और चेन्नई की ओर जाने वाले दोनों रेलवे ट्रैक पर यातायात प्रभावित रहा।
सूचना मिलते ही रेलवे का तकनीकी दल मौके पर पहुंचा और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद सुबह सात बजे डाउन ट्रैक (दिल्ली से चैन्नई) को बहाल किया। अप ट्रैक (चैन्नई से दिल्ली) पर भी रेल यातायात प्रभावित रहा। सुबह करीब 4. 25 मिनट पर सबसे पहले डाउन ट्रैक शुरू कर नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को एक-एक कर रवाना किया गया।
बिजली कंपनी के केके डिगरसे ने बताया कि हाईटेंशन बिजली के तार में लगा केबल गार्ड टूटकर ओएचई लाइन पर गिर गया था। इस कारण से रेलवे की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई वहीं बैतूल के कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी। रेलवे की ओएचई लाइन की मरम्मत करने के बाद ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी गई थी। लगातार हो रही वर्षा के कारण हाईटेंशन लाइन का इंसुलेटर फट गया जिससे केबल गार्ड टूटकर ओएचई लाइन पर गिर गया था।
राजधानी एक्सप्रेस दो घंटे।
दुरंतो एक्सप्रेस 1.5 घंटे।
जबलपुर एक्सप्रेस दो घंटे।
पातालकोट एक्सप्रेस तीन घंटे।
गोंडवाना एक्सप्रेस 3.5 घंटे।
एपी एक्सप्रेस 1.5 घंटे।
जयंती एक्सप्रेस 2.5 घंटे देरी से चलीं।
दिल्ली की ओर जाने वाली पेंचवेली एक्सप्रेस को करीब पांच घंटे तक बैतूल स्टेशन पर रोका गया।
समता एक्सप्रेस भी चार घंटे तक मलकापुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही।
त्रिकुल एक्सप्रेस को 2.5 घंटे तक मुलताई रेलवे स्टेशन पर खड़ा रखा गया।