मुलताई (निप्र)। मुलताई एवं प्रभात पट्टन ब्लाक में मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत अधूरी पड़ी सड़कों के निर्माण के मामले में ठेकेदारों ने आरईएस विभाग पर ही विभागीय कार्य पूर्ण नहीं करने का आरोप लगाया हैं। ठेकेदारों का कहना है कि 4 साल में आरईएस विभाग ने अपने हिस्से का विभागीय कार्य पूरा नहीं किया है। उल्टा ठेकेदारों को 26 मई तक अधूरे पड़े कार्यों को पूर्ण करने का दबाव बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत मुलताई एवं प्रभात पट्टन आरईएस उपसंभाग के एसडीओ को अपने-अपने क्षेत्र में स्वीकृत सड़क पर विभागीय कार्य के तहत लेवलीकरण कर अर्थवर्क एवं सबग्रेड का कार्य करना था। इस कार्य के बाद ठेकेदार को अर्थवर्क पर ग्रेवल का निर्माण करना पड़ता है, लेकिन मुलताई ब्लाक में योजना के तहत स्वीकृत हेटी से खापा उमरिया, एनएच 47 से रायसेड़ा, एनएच 47 से खापा बानूर सड़क निर्माण में आरईएस उपसंभाग मुलताई ने न तो अर्थवर्क का कार्य किया है और न ही सबग्रेड का। ऐसी ही स्थिति प्रभात पट्टन ब्लाक के ग्राम रायआमला से मीरापुर एवं ग्राम मासोद से डोंगरपुर तक स्वीकृत सड़क में भी बनी हुई है। इन सड़कों पर भी आरईएस उपसंभाग प्रभात पट्टन ने अर्थवर्क एवं सबग्रेड का कार्य नहीं किया है।
विभाग कार्य पुरा करके दें
ग्राम हेटी से खापा उमरिया तक सड़क का निर्माण करने वाली एवीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के रामअवतार त्यागी ने बताया कि आरईएस ने वर्ष 2010 में स्वीकृत सड़क पर अभी तक अर्थवर्क, सबग्रेड का कार्य पूर्ण नहीं किया है। जब तक यह कार्य पुरा नहीं होगा तब तक मैं ग्रेवल सड़क का निर्माण कैसे करूगां। ठेकेदार राजेन्द्र शिवहरे का कहना है कि चार वर्ष में आरईएस उपसंभाग प्रभात पट्टन के एसडीओ ने मासोद से डोंगरपुर, रायआमला से मीरापुर तक अर्थवर्क का कार्य नहीं कराया है उल्टे मुझे नोटिस देकर 26 मई तक सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण करने को कहा है। गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत स्वीकृत सड़कों का 26 मई तक पूर्ण निर्माण करने के लिए ठेकेदारों को नोटिस जारी हुए थे साथ ही नोटिस में निर्धारित अवधि तक कार्य पूर्ण नहीं करने की स्थिति में टेंडर निरस्त करने की चेतावनी भी दी गई थी।