नईदुनिया प्रतिनिधि, आमला/बैतूल। बोरदेही थाना क्षेत्र के मदनी गांव में शुक्रवार रात महिला की संदिग्ध हालत में मौत के मामले में रविवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारे पुत्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि महिला की हत्या उसके ही बेटे ने की थी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बोरदेही थाने में नौ अक्टूबर को सूचना मिली थी कि इमला पति संतोष झरबडे उम्र 56 वर्ष निवासी ग्राम मदनी को गंभीर चोट आने से इलाज हेतु अस्पताल बोरदेही में भर्ती किया गया जहां से गंभीर हालत में उसे आमला अस्पताल रेफर किया गया था। इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
पुलिस ने धारा 194 बी.एन.एस.एस. के तहत मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ की। मर्ग जांच के दौरान मृतका इमला पति संतोष झरबडे़ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट एवं शव पंचनामा कार्यवाही से यह स्पष्ट हुआ कि उसकी मृत्यु किसी धारदार हथियार से गले एवं चेहरे पर चोट पहुंचने से हुई है। इस पर पुलिस ने धारा 103(1) भारतीय न्याय संहिता का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट बैतूल के प्रभारी निरीक्षक आबिद अंसारी द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य संकलन किए। विवेचना के दौरान मृतिका के पुत्र संदेही नितेश पिता संतोष झरबडे, उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम मदनी से पूछताछ की गई। उसने अपनी मां की हत्या करना स्वीकार किया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसकी मां इमला उसे छोटी-छोटी घरेलू बातों पर डांटती थी। घटना वाले दिन भी उसने उसे डांटा, जिससे गुस्से में आकर धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
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मृतका इमला झरबड़े (45) स्थानीय स्कूल शिक्षक संतोष झरबड़े की पत्नी थीं। परिवार जन ने पुलिस को बताया था कि वह घर में गिरने से घायल हुई थीं, लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तो घर के अंदर खून फैला हुआ था। महिला के गले, छाती और पीठ पर धारदार हथियार से किए गए वारों के निशान देखकर पुलिस को शक हुआ। पुलिस के अनुसार आरोपित नितेश ने मुंबई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और बताया जा रहा है कि वह आईआईटी पास आउट होने के साथ मानसिक रूप से बीमार भी है।