नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। ऊमरी थाना पुलिस ने सोमवार को एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले अंतराज्जीय गैंग का खुलासा करते हुए चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से अलग-अलग बैंकों के 54 एटीएम कार्ड, 1.63 लाख नगद और एक बोलेरो कार जब्त की गई है। आरोपितों ने भिंड, मुरैना सहित कई जिलों 30 से अधिक वारदातें करना स्वीकार कियाा है। पकड़े गए आरोपित उप्र के फिरोजबाद जिले के मटसेना के रहने वाले हैं। इसमें तीन सगे भाई हैं।
सोमवार को यह बात ऊमरी थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में डीएसपी दीपक तोमर ने कही। इस दौरान अटेर एसडीओपी रविंद्र वास्कले, ऊमरी थाना टीआइ शिवप्रताप सिंह राजावत, बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया, साइबर सैल प्रभारी वैभव तोमर और एएएसआइ सत्यवीर सिंह मौजूद रहे। डीएसपी तोमर ने बताया कि 15 सितंबर 2025 को फरियादी राजकुमार जाटव पुत्र विनोद जाटव निवासी सींगपुरा पांडरी रोड स्थित यूको बैंक के एटीएम में रुपये निकालने के लिए आए थे। राजकुमार ने मशीन में कार्ड लगाया तो वहां पहले से खड़े दो-तीन लोगों ने मदद के नाम पर उसका कार्ड बदल लिया और अकाउंट से 36 हजार रुपये निकाल लिए।
राजकुमार को जब अकाउंट से रुपये निकलने का पता चला तो उसने अपना एडीएम कार्ड देखा तो वह बदला हुआ था। इसके बाद उसने ऊमरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। घटना को एसपी डॉ. असित यादव ने गंभीरता से लिया और ऊमरी टीआइ के अलावा बरोही और साइबर सेल टीम को मामले का खुलासा करने और आरोपितों को पकड़ने के लिए निर्देश दिए। डीएसपी तोमर ने बताया कि कुछ समय पहले ऊमरी टीआइ ने जनसहयोग से कस्बे में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे।
घटना के बाद करवा ऊमरी क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों में एक बोलेरो संदिग्ध रूप से घूमती नजर आई। मुखबिर की सूचना पर 5 अक्टूबर को पुलिस ने लहार रोड स्थित वीरेंद्र ढाबा के पास से घेराबंदी कर बोलेरो को पकड़ा। बोलेरो में बैठे चारों व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इन्होंने अपने नाम राजेश राठौर पुत्र जयपाल राठौर, अवधेश राठौर पुत्र जयपाल राठौर, बाबूजी राठौर पुत्र जयपाल राठौरनिवासी ग्राम इटोरा थाना मटसेना जिला फिरोजाबाद और रवि वर्मा उर्फ निषाद पुत्र रामसेवक निवासी ग्राम रूपवास थाना मटसेना जिला फिरोजाबाद (उप्र) बताए। जिन्होंने एटीएम कार्ड बदलने की वारदात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपितों से विभिन्न बैंकों के 54 एटीएम कार्ड, एक लाख 63 हजार रुपये नगद और बोलेरो जब्त की।
पूछताछ में गिरोह के मास्टर माइंड ने बताया कि वह वारदात के लिए ग्रामीण क्षेत्र चुनते थे। वारदात से पहले वह एटीएम में जाकर कार्ड में लगी चिप पर फेबीकोल डालकर उसे मशीन के अंदर चार-पांच बाहर अंदर-बाहर करते। फेवीकोल जैसे ही मशीन के अंदर लगे सेंसर में लगता वैसे ही एटीएम मशीन एक से डेढ़ घंटे के लिए काम करना बंद कर देती। इसी दौरान कोई एटीएम में रुपये निकालने आता तो वह भी जल्द रुपये निकालने की बात करने लगते। हड़बड़ी में रुपये निकालने वाला व्यक्ति जल्दी-जल्दी प्रोसेसिंग करता। इसी दौरान मदद के नाम पर उसका कार्ड लेकर बदल लेते और संबंधित से मशीन खराब होने की बात कहकर वहां से चले जाते। इसके बाद वह नजदीक के एटीमएम में जाकर संबंधित के कार्ड से रुपये निकालकर वहां से फिरोजबाद भाग जाते थे।
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डीएसपी तोमर ने बताया कि पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि उन्होंने भिंड शहर, मेहगांव, गोरमी, मिहोना, मुरैना, पोरसा, अंबाह, धौलपुर (राजस्थान), मैनपुरी, इटावा, ऐटा, आगरा, फिरोजाबाद, कानपुर, औरैया सहित कई स्थानों पर 30 से ज्यादा घटनाएं की हैं। इनमें से 15 घटनाओं में अपराध दर्ज हैं। कार्रवाई में टीआइ ऊमरी के अलावा थाना प्रभारी बरोही अतुल मदौरिया, साइबर सेल प्रभारी वैभव तोमर, एसआइ ध्यानेंद्र यादव, एएसआइ सत्यवीर सिंह, हवलदार प्रमोद पाराशर, महेश कुमार, सोनेंद्र राजावत, त्रिवेन्द्र सिंह, आरक्षक आनंद दीक्षित, राहुल यादव, हरपाल चौहान आदि का विशेष योगदान रहा।