
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। नगर पालिका भिंड में कर्मकार मंडल व संबल योजना में हितग्राहियों के आवेदन लेकर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर बैंकों में खाते खुलवाए, फिर खातों से योजना की राशि निकाल ली। इस तरह वर्ष 2021 से 2024 तक नपा में पदस्थ क्लर्क, दो पूर्व सीएमओ सहित छह कर्मचारियों ने मिलकर तीन करोड़ चार लाख रुपये का गबन कर लिया।
पुलिस ने एफआइआर के एक साल बाद विदिशा से आरोपित नपा के तत्कालीन क्लर्क राजेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया है। दबिश के समय वह वहां क्रिकेट खेल रहा था। गिरफ्तारी के बाद उसने अपनी ब्रेजा कार से ही भिंड चलने की जिद की। आरोपित राजेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पूरे गबन में पांच दलाल भी शामिल थे। पुलिस अब इनकी भूमिका की जांच कर रही है।
नगर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपूत ने बताया कि आरोपित राजेंद्र सिंह चौहान एक साल से लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। आखिर विदिशा में उसे क्रिकेट मैदान से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपित ने संबल योजना के तहत लगभग तीन करोड़ रुपये गबन करने की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि कुल राशि में से करीब 1.5 करोड़ रुपये उसने स्वयं उपयोग किए। इस रकम से उसने विदिशा में प्लॉट और मकान खरीदे, शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश किया, ग्रैंड विटारा कार खरीदी, महंगे मोबाइल फोन खरीदे।
सिटी कोतवाली पुलिस ने नपा सीएमओ यशवंत वर्मा की शिकायत पर राजेंद्र सिंह चौहान सहायक ग्रेड थ्री, राधेश्याम राजौरिया एआरआइ, शिवनाथ सिंह सेंगर सेवानिवृत्त एआरआइ, अशोक जाटव सेवानिवृत्त एआरआइ, पूर्व सीएमओ सुरेंद्र शर्मा और पूर्व सीएमओ वीरेंद्र तिवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। अभी केवल राजेंद्र ही गिरफ्तार हुआ है। फरियादी नपा सीएमओ यशवंत वर्मा ने पुलिस को बताया था कि कर्मकार मंडल, संबल योजना में वर्ष 2021-2024 तक आवेदनकर्ता-हितग्राही के भवन निर्माण के लिए स्वीकृत राशि के प्रकरणों में कूटरचित बैंक खाता खोलना एवं भुगतान वास्तविक हितग्राही को न होकर अन्य व्यक्तियों किया जाना पाया गया है।