नईदुनिया, भिंड। देहात थाना क्षेत्र में स्थित मानपुरा-बाराकलां गांव के बीच संचालित सिद्धि विनायक डीएड, बीएड कॉलेज को चलाने वाली महेश सिंह मेमोरियल शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति अब एक बड़े घोटाले का केंद्र बन गई है। समिति के संस्थापक सचिव व कोषाध्यक्ष रहे राहुल प्रताप सिंह भदौरिया ने अपने ही साथियों के खिलाफ गंभीर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है।
शिकायतकर्ता राहुल ने बताया कि समिति की स्थापना वर्ष 2006 में मोनिका कुशवाह, लक्ष्यवीर सिंह उर्फ वीरू, दिव्यांश कुशवाह और कुसुम कुशवाह के साथ मिलकर की थी। समिति का पंजीकरण रजिस्ट्रार फर्म्स एंड सोसायटीज, ग्वालियर-चंबल संभाग से कराया गया था। राहुल ने बताया कि समिति के कामकाज को सुचारु रूप से चलाने के लिए उन्होंने निजी स्तर पर 26 लाख रुपये जमा किए थे और बाद में अपने परिचितों से 4-4 लाख रुपये लेकर कुल रकम बढ़ाई। धीरे-धीरे समिति के बैंक खातों में जमा राशि 2 करोड़ 43 लाख रुपये तक पहुंच गई।
लेकिन यहीं से धोखाधड़ी की कहानी शुरू होती है। राहुल के अनुसार, वर्ष 2021 में सूचना के अधिकार (RTI) से मिली जानकारी से खुलासा हुआ कि उनके साथियों ने कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से उन्हें कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया था। उनकी जगह कुसुम कुशवाह को कोषाध्यक्ष बना दिया गया, जिसकी कोई सूचना उन्हें नहीं दी गई।
इसके बाद आरोपियों ने बैंक मैनेजर से मिलीभगत कर राहुल के हस्ताक्षर की जगह कुसुम के हस्ताक्षर को अधिकृत करवा दिया, जिससे बैंक से पैसा निकाला जा सके। धीरे-धीरे समिति के खाते से पूरी रकम निकाल ली गई, जिसकी भनक तक संस्थापक को नहीं लगी। जब राहुल को पूरे घोटाले का पता चला और उन्होंने विरोध जताया, तो उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं।
अब पुलिस ने मोनिका कुशवाह, लक्ष्यवीर उर्फ वीरू, दिव्यांश और कुसुम कुशवाह के खिलाफ धारा 420 (धोखाधड़ी), 120बी (षड्यंत्र), और 506 (धमकी) के तहत केस दर्ज कर लिया है। टीआई मुकेश शाक्य ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।