नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही चरम पर है। स्टाफ के साथ डॉक्टर मनमर्जी से ड्यूटी पर आते हैं और सार्थक एप से हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं। यह खुलासा तब हुआ जब बुधवार सुबह 11 बजे कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव अचानक जिला अस्पताल पहुंच गए। कलेक्टर को ड्यूटी से अधिकांश बांड पर आए डॉक्टर गायब मिले, जबकि महिला और पुरुष ओपीडी, आईवार्ड, आइसीयू सहित इमरजेंसी में 21 डॉक्टर सेवाएं देते मिले।
कलेक्टर ने लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए सिविल सर्जन डा. आरएन राजौरिया को निर्देश दिए हैं। अस्पताल में इन दिनों मरीजों की संख्या काफी बढ़ी हुई है। मरीजों को इलाज के लिए पलंग तक नहीं मिल रहे हैं। कलेक्टर ने जब वार्डों का निरीक्षण किया तो एक-एक पलंग पर मरीज के साथ दो से तीन अटेंडर बैठे मिले। कलेक्टर ने सभी को बाहर निकलवाया।
उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिए कि एक पलंग पर मरीज के साथ एक ही अटेंडर होना चाहिए। कलेक्टर ने पुरुष, महिला, शिशु और आईसीयू का निरीक्षण कर अटेंडरों को वार्डों से बाहर निकाला, ताकि मरीजों को इलाज में परेशानियों का सामाना न करना पड़े।
जिला अस्पताल में डाक्टर न तो समय पर आते हैं और न हीं ड्यूटी पूरी कर रहे हैं। सार्थक एप से हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं। कलेक्टर ने ऐसे डॉक्टरों को सख्त हिदायत दी है कि कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई के लिए मेडिकल बोर्ड को लिखा जाएगा। अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी समझाइश दी गई है कि वे अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी से करें।