नईदुनिया प्रतिनिधि,भिंड। जिले के लहार सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही ने एक महिला की जान ले ली। अमाहा दबोह निवासी 35 वर्षीय रचना रजक करंट लगने से झुलस गई थीं। स्वजन उन्हें गंभीर हालत में सोमवार को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन करीब एक घंटे तक उपचार शुरू नहीं किया गया।
स्वजनों का आरोप है कि रचना की पल्स चल रही थी और उन्हें तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत थी। ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध होने के बावजूद नर्सिंग स्टाफ ने नहीं लगाया। उपचार में देरी और लापरवाही के चलते रचना की मौत हुई है। गुस्साए स्वजनों ने अस्पताल स्टाफ पर अभद्र व्यवहार के आरोप लगाए और शव लेकर विधायक अंबरीष शर्मा के निवास के सामने पहुंच गए। उन्होंने सड़क पर शव रखकर जाम लगाया और न्याय की मांग की। विधायक ने तत्काल बीएमओ विजय शर्मा को फोन कर फटकार लगाई और जांच के निर्देश दिए। बाद में शव को थाने लाकर परिजन धरने पर बैठ गए।
बीएमओ बोले – महिला मृत अवस्था में लाई गई थी
लहार अस्पताल के बीएमओ विजय शर्मा ने कहा कि रचना को मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था। वहीं सीएमएचओ जेएस यादव का कहना है कि घटना की जांच कराई जा रही है। अगर स्टाफ की लापरवाही पाई जाती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लहार अस्पताल पर इससे पहले भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। 29 सितंबर को सड़क हादसे में घायल एक युवक को एक घंटे तक उपचार नहीं मिला था। वहीं वार्ड क्रमांक 11 के दो युवकों को इलाज के लिए दबाव डालने पर नर्सिंग स्टाफ से विवाद झेलना पड़ा था, जिसके बाद उन्हीं पर एफआईआर दर्ज करा दी गई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीएमओ अक्सर अस्पताल से बाहर रहते हैं, जिसके कारण आपातकालीन सेवाओं पर असर पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि हर मामले में जांच तो होती है, पर कार्रवाई कभी नहीं होती।
स्वजन की शिकायत पर मामला दर्ज किया जा रहा है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है, रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिवसिंह यादव, टीआई थाना लहार