
नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। शहर में चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्रों में गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई दो अल्ट्रासाउंड रिपोर्टों ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि एक ही गर्भवती महिला को दो अलग-अलग रिपोर्ट मिलीं। शहर में एक बच्चा बताया गया, वहीं ग्वालियर में दो बच्चे (ट्विन्स) होना पुष्टि हुई। घोर लापरवाही सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है।
जानकारी के अनुसार शहर में रहने वाली 28 वर्षीय गर्भवती महिला, जो चार माह की प्रेग्नेंसी में है, ने 26 जुलाई को जिला अस्पताल के सामने स्थित पारस जैन अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया था। रिपोर्ट में उसे एक बच्चा होना बताया गया। इसके बाद कुछ चिकित्सीय शंका के चलते महिला को दूसरी जांच कराने की सलाह दी गई। महिला ने 24 अक्टूबर को ग्वालियर के रियांश इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराया, जहां रिपोर्ट में ट्विन्स (दो बच्चे) होना सामने आया।
दोनों रिपोर्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद शहर में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इस घटना के बाद आमजन में भी रोष है। लोगों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रसव से जुड़े मामलों में इस तरह की लापरवाही ना सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि मां और बच्चे दोनों की जान के लिए खतरा बन सकती है। इतना ही नहीं, शहर में नियम विरुद्ध तरीके से तलघर में जैन अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जिले में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की नियमित जांच और मानिटरिंग आवश्यक है। इस तरह के मामलों से न केवल मरीजों का भरोसा टूटता है बल्कि स्वास्थ्य विभाग की छवि भी धूमिल होती है। स्वास्थ्य विभाग को जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई करते हुए ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने की जरूरत है ताकि भविष्य में किसी भी गर्भवती महिला को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े।
यह गंभीर लापरवाही का मामला है। प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जांच में लापरवाही मिलने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। - डॉ जेएस यादव, सीएमएचओ।
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