राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। कई लोगों से ठगी का एक और बड़ा मामला सामने आया है। इसमें कोरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर ठगों ने लगभग 250 करोड़ रुपये ठगे हैं। हालांकि, अभी तक इसमें 12 पीड़ित ही सामने आए हैं, इनकी संख्या और बढ़ने की संभावना है। मध्य प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 18 अप्रैल को मामले में एफआइआर पंजीबद्ध की थी। इसमें मुख्य आरोपित दिल्ली का रहने वाला अरुण दास बताया जा रहा है। एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि देशभर में तीन हजार करोड़ रुपये ठगी का अनुमान है।
कुल पीड़ितों की संख्या 900 से अधिक है। एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि जो पीड़ित सामने आए हैं वे भोपाल, जबलपुर, इंदौर, गुना, सिवनी आदि जिलों के हैं। एक तरह का अपराध और आरोपित कंपनी एक होने के कारण एक ही एफआइआर पंजीबद्ध की गई है। आरोपित कंपनी डल्लास इंफाटेक प्रालि है, जिसने ई-काम डिलीवरी के नाम से फ्रेंचायजी दी थी। कंपनी ने अलग-अलग सेवाओं के लिए आठ विभिन्न मॉडल बनाकर लोगों से सुरक्षा निधि के नाम पर छह से 12 लाख रुपये तक ले लिए।
मध्य प्रदेश के अधिकतर लोगों ने कंपनी के "फोको" मॉडल के अंतर्गत फ्रेंचायजी ली थी। इसमें पूरा काम कोरियर कंपनी की तरह था। कंपनी ने शर्त रखी थी कि कर्मचारी उसके रहेंगे। फ्रेंचायजी लेने वालों को निश्चित कमीशन दिया जाना था। लोगों को भरोसे में लेने के लिए कंपनी ने कुछ पार्सल में शिफ्ट कराए थे। माना जा रहा है कि यह सिर्फ दिखाने के लिए किया गया था। एसटीएफ अभी यह पता करने में लगी है कि ठगों का नेटवर्क कितना बड़ा और कैसा फैला। पीड़ितों से दस्तावेज लेकर जांच की जा रही है।
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