राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में पांच वर्ष बाद कांग्रेस की कमल नाथ सरकार गिरने की घटना पर कांग्रेसी दिग्गजों में फिर ठन गई है। दरअसल दिग्विजय सिंह ने एक पाडकास्ट में कहा कि उस समय विचारधारा का विवाद नहीं था बल्कि कमल नाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया की लगातार उपेक्षा कर रहे थे। सरकार इसी कारण गिरी थी। दिग्विजय के इस बयान पर कमल नाथ ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को भ्रम था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं। इसी वजह से सरकार गिर गई।
कमल नाथ-दिग्विजय का दबदबा कायम, 50 नए चेहरों के साथ छह विधायकों को बनाया जिलाध्यक्ष
बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कमल नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार बनी थी। कांग्रेस 15 वर्ष के वनवास के बाद सत्ता में लौटी थी, लेकिन वह भी 15 महीने ही चल पाई। 2020 में कमल नाथ सरकार उस समय गिर गई थी जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में चले गए थे। अब एक बार फिर इस मसले पर कांग्रेस के भीतर बहस तेज हो गई है।
दिग्विजय और कमल नाथ के इन बयानों से मध्य प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। यह भी बता दें कि दोनों नेताओं के रिश्ते भी हमेशा से ही अबूझ पहेली की तरह रहे हैं। यही वजह है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी कह रहे हैं कि कमल नाथ और दिग्विजय सिंह का 45 साल का प्रेम है। दोनों छोटे-बड़े भाई हैं। दोनों की अपनी केमेस्ट्री है, यह बात किसी की समझ में नहीं आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुरानी बातों पर चर्चा करने का औचित्य नहीं है, हमें अब भविष्य देखना है। हमारी सरकार कैसे बने, यह देखना है।