नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अब आपकी सेहत का ख्याल आयुर्वेद और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मिलकर रखेंगे। भोपाल के पंडित खुशीलाल शर्मा शासकीय आयुर्वेद अस्पताल व महाविद्यालय में एक नई पहल की शुरुआत की गई है, जिसके तहत हर मरीज के लिए उसकी उम्र, आदतों, खानपान, मानसिक स्थिति और दोष (वात, पित्त, कफ) के आधार पर एक पर्सनल हेल्थ प्लान तैयार किया जाएगा। यह पहल आयुर्वेद को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
कलियासोत की पहाड़ियों पर स्थित इस महाविद्यालय में अब एआई-आधारित मशीन लाने की तैयारी चल रही है। यह तकनीक मरीज के लक्षणों और शारीरिक विवरण के आधार पर न केवल संभावित बीमारी की पहचान करेगी, बल्कि यह भी बताएगी कि उसके लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा उपयुक्त है, कैसी दिनचर्या अपनाई जानी चाहिए और किस प्रकार का भोजन और योग-प्राणायाम उसके लिए लाभकारी रहेगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने बताया कि हम आयुर्वेद को तकनीक से जोड़कर उपचार को और भी प्रभावी बनाना चाहते हैं। हर व्यक्ति की शारीरिक संरचना, उसकी उम्र, मानसिक स्थिति और दोष अलग होते हैं। ऐसे में एआई तकनीक की मदद से हम बीमारी की सटीक पहचान कर उस अनुसार दवा और जीवनशैली की सलाह दे सकेंगे।
इस तकनीक के माध्यम से खासकर डायबिटीज, मोटापा, कुपोषण, टीबी और हृदय रोग से पीड़ित मरीजों की नियमित निगरानी की जाएगी। खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार लाकर इन बीमारियों से बचाव और नियंत्रण संभव है। एआई तकनीक समय-समय पर मरीज को अलर्ट और सलाह भी देगी।
डॉक्टरों का कहना है कि एआई समझता है कि हर इंसान की जरूरत अलग होती है। कोई युवा है, तो कोई बुजुर्ग, किसी का पित्त दोष ज्यादा होता है तो किसी का वात या कफ। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए तकनीक हर मरीज के लिए अलग व्यक्तिगत स्वास्थ्य योजना तैयार करती है। इससे इलाज ज्यादा प्रभावी और टिकाऊ होगा।