
संत हिरदाराम नगर, नवदुनिया प्रतिनिधि। व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए, अहंकार बुद्धि और ज्ञान का हरण कर लेता है। अहंकार ही मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। संत हिरदाराम नगर सैनिक काॅलोनी स्थित पिपलेश्वर हनुमान मंदिर पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा आयोजन के पंचम दिवस पर आचार्य पंडित महेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह बात कही। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग सुनाया। श्रीकृष्ण की जन्म कथा का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे।
आचार्य महेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने सुनाई कथा
कथा व्यास आचार्य महेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। शास्त्री ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा।
श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे
श्रीकृष्ण जन्म उत्सव पर नन्द के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु भक्ति में लीन होकर जमकर झूमे। एक-दूसरे को श्रीकृष्ण जन्म की बधाईयां दी गई, एक-दूसरे को खिलौने और मिठाईयां बाटी गई। कथा महोत्सव में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भजन प्रदुम कर भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई। कथा में एमपी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया, बैरागढ़ थाना प्रभारी डीपी सिंह, पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष साबूमल रिझवानी, महासचिव माधु चांदवानी, उपाध्यक्ष भरत आसवानी, नंद दादलानी, जगदीश आसवानी, कोषाध्यक्ष गुलाब जेठानी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष राहुल राजपूत, वार्ड एक पार्षद लक्ष्मण सिंह राजपूत, कांग्रेस नेता सोनू तोमर, पंडित रवि पटेरिया, मोनू श्रीवास्तव सहित कई लोगों ने पहुंचकर व्यासपीठ की पूजन कर महाराज का आशीर्वाद लिया। संत गोरक्षा उत्थान समिति के पंडित रवि पटेरिया ने महाराज श्री के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला साथ ही उन्होंने भक्तों ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का रसपान हर व्यक्ति को करना चाहिए।